Loksabha Chunav 2024 : मतगणना से पहले आज पहली बार चुनाव आयोग करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस

Loksabha Chunav 2024 : लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले इलेक्शन कमीशन आज दोपहर 12:30 बजे दिल्ली में करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस. ऐसा पहली बार होगा जब चुनाव आयोग वोटिंग के बाद करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस.

1952 के बाद आज लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने वोटिंग के बाद और रिजल्ट के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. आज से पहले 16 मार्च को चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा और 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आज की कॉन्फ्रेंस में 4 जून को होने वाली मतगणना को लेकर कुछ नई जानकारी साझा कर सकता है. विपक्ष दल ने चुनाव आयोग पर मतदान प्रतिशत देर से जारी करने के आरोप लगाए थे, इस मसले को लेकर भी आयोग बयान दे सकता है. इसी के साथ रविवार को NDA और INDI गठबंधन के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग चुनाव आयोग के दिल्ली हेडक्वार्टर पहुंचकर काउंटिंग को लेकर अपनी मांगें रखीं थी. इस विषय पर भी आयोग आज चर्चा कर सकता है.

INDI गठबंधन ने की चुनाव आयोग से पांच मांगें

I.N.D.I गठबंधन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को चुनाव आयोग से मिला था. इस मंडल में अभिषेक मनु सिंघवी , डी राजा, राम गोपाल यादव, संजय यादव, नासिर हुसैन, सलमान खुर्शीद और सीताराम येचुरी शामिल थे। इन्होंने मतगणना को लेकर आयोग से पांच मांगें रखीं थीं.

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘हम गठबंधन के नेता तीसरी बार एक साथ चुनाव आयोग आए हैं। हमने हमारी चिंताओं को चुनाव आयोग को बताया और चर्चा की।’

भाजपा नेताओं ने की EC से मुलाकात

INDIA ब्लॉक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सहित कई भाजपा नेताओं ने भी चुनाव आयोग से मुलाकात की थी. पीयूष गोयल ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी INDI गठबंधन की पार्टियों ने लगातार भारतीय चुनाव प्रक्रिया पर कई सवाल उठाए हैं। इस चुनावी प्रक्रिया पर इन पार्टियों ने मिलकर आरोप लगाए हैं, वे इस लोकतांत्रिक संस्था पर हमला कर रही है.

इस मसले को देखते हुए हमने चुनाव आयोग के सामने मांगें रखी हैं. हमारी पहली मांग है कि मतगणना में लगा चुनाव आयोग का हर अधिकारी इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से वाकिफ हो साथ ही चुनाव आयोग के सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करता हो. दूसरा, काउंटिंग और नतीजों के ऐलान के समय प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित हो. तीसरा, चुनावी प्रक्रिया को कमजोर करने की लगातार कोशिशों का पर ध्यान दें और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही करें.