Lok Sabha Elections : मध्यप्रेदश में 9 सीटों पर थमा प्रचार, कल होगी वोटिंग

स्वतंत्र समय, भोपाल

लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) में मध्यप्रदेश की 9 लोकसभा सीट मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, राजगढ़, विदिशा, भोपाल, बैतूल पर सात मई को होने वाले मतदान के चलते इन क्षेत्रों में रविवार शाम 6 बजे से चुनावी शोर थम गया है। सोमवार सुबह इन क्षेत्रों में 20,456 मतदान केंद्रों पर मतदान कराने के लिए मतदान दल रवाना किए जाएंगे।

Lok Sabha Elections में मध्यप्रदेश में तीसरे चरण की वोटिंग

लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) के तीसरे चरण के लिए मतदान मंगलवार को होना है। इन मतदान केंद्रों में चुनावी व्यवस्था का काम पूरा कर लिया गया है और मतदान दलों के गठन के साथ मतदान केंद्रों में मतदान की तैयारी भी कर ली गई है। चुनाव आयोग का सबसे अधिक फोकस अधिक से अधिक वोटिंग कराने पर है क्योंकि पहले दो चरण में वोटिंग का प्रतिशत काफी खराब रहा है। इसके बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी चलें बूथ की ओर अभियान चला रहे हैं और जिलों में मतदाता जागरुकता के लिए होने वाले कार्यक्रमों में उनके दफ्तर में पदस्थ अफसरों को भी भेजा जा रहा है।

एक करोड़ 77 लाख मतदाता डालेंगे वोट

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि 9 लोकसभा सीटों पर कुल एक करोड़ 77 लाख 52 हजार 583 मतदाता हैं। इनमें से एक करोड़ 68 लाख 31 हजार 603 मतदाताओं को मतदाता सूचना पर्ची वितरित की जा चुकी हैं। अगले दोनों चरणों के मतदान वाले लोकसभा क्षेत्रों के सभी मतदाताओं को क्यूआर कोड वाली मतदाता सूचना पर्ची बांटी जा रही है। इस क्यूआर कोड वाली मतदाता सूचना पर्ची से मतदाता अपने मतदान केंद्र का नाम, पता, क्रमांक, लोकेशन, राज्य और जिले का वोटर हेल्पलाइन नम्बर जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकेंगे।

व्यक्तिगत संपर्क कर सकेंगे प्रत्याशी

चुनावी शोर थमने के बाद प्रत्याशी और उनके समर्थक बगैर किसी ढोल ढमाके और शोर शराबे के व्यक्तिगत संपर्क कर सकेंगे। इस दौरान एंफोर्समेंट एजेंसियों की जांच पड़ताल भी सख्त हो जाएगी। अंतर्राज्यीय नाकों तथा लोकसभा क्षेत्र के भीतर नाकाबंदी कर शराब, नकदी और बहुमूल्य धातुओं सोना चांदी की जांच की जाएगी और अगर 50 हजार से अधिक राशि किसी के पास मिली तो उसे जब्त किया जाएगा। सोने चांदी के जेवरात पूरे पेपर्स न होने पर जब्त किए जाएंगे। हालांकि इस तरह की जांच आचार संहिता लगने के बाद से ही जारी है लेकिन रविवार शाम से चुनाव वाले क्षेत्रों में इसमें और सख्ती हो जाएगी।