- इस बार प्रदेश के 5.63 करोड़ वोटर करेंगे 29 सांसदों के भाग्य का फैसला
- नॉमीनेशन के दौरान लालवानी के साथ रहेंगे दो मुख्यमंत्री और दो मंत्री
विपिन नीमा, इंदौर
देश में लोकतंत्र के महापर्व का आज से श्रीगणेश हो गया है। मप्र लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) की कुल 29 सीटों में से 6 सीटों पर प्रथम चरण का मतदान सम्पन्न हुआ। इस बार मप्र के कुल 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार से भी ज्यादा मतदाता 29 सांसदों का भविष्य तय करेंगे। प्रथम चरण की सबसे बड़ी और कांग्रेस की सबसे महत्वपूर्ण छिंदवाड़ा सीट पर हर किसी की नजर लगी हुई थी। छिंदवाड़ा कांग्रेस का गढ़ है और पिछले चुनाव में भी कांग्रेस के पास एकमात्र सीट भी यहीं थी। आज से 25 दिन बाद यानी 13 मई को इंदौर में होने वाले चौथे चरण के मतदान के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। मौजूदा सांसद और भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी 25 अप्रैल को नामांकन पत्र जमा करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद रहेंगे।
इस बार Lok Sabha Elections में छिंदवाड़ा सीट भी BJP की झोली में आएगी
2019 के लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) में भाजपा को 29 मेंं 28 सीटें मिली थी। इस बार उसका लक्ष्य सभी 29 सीटें जीतने का है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी के लिए पहला बड़ा चुनाव है। दोनों ने अपने अपने टारगेट फिक्स कर रखे है। मोहन यादव का कहना है की 2014 में भाजपा ने 27 और 2019 में 28 सीट जीती थी अब 2024 में सभी 29 सीट जीतकर प्रदेश से कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया करना है। छिंदवाडा सीट पर भाजपा ने काफी पहले से घेराबंदी कर रखी थी। हालांकि यहां मतदान हो चुका है। अब परिणाम से ही पता चलेगा की भाजपा ने किस तरह से घेरांबदी की थी। इसी प्रकार कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है की वह इस बार कांग्रेस 12 से 14 सीट जीतेंगी। पटवारी भी यहीं बोल रहे है इस बार भाजपा के सारे मुगालते दूर हो जाएंगे। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है की इस बार तो छिंदवाड़ा सीट भी भाजपा की झोली में आने वाली है। विशेषज्ञों ने तीन सीट कांग्रेस की आना बताया है।
सबके अपने-अपने समीकरण…
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सीएम बोले – अब की बार प्रदेश से कांग्रेस का सफाया
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कमलनाथ बोले- 12 से 13 सीट कांग्रेस जीतेगी
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विशेषज्ञ बोले – कांग्रेस की तीन सीट मजबूत
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विजयवर्गीय बोले- इस बार छिंदवाड़ा भी जाएगी
चार दिग्गजों के साथ लालवानी नामांकन पत्र करेंगे दाखिल
लगातार दूसरी बार सांसद बनने के लिए शंकर लालवानी घर घर जाकर मतदाताओं से मिल रहे है। पिछले लोकसभा चुनाव में सुमित्रा महाजन के स्थान पर उन्हे टिकट मिला और पहली बार में ही ऐतिहासिक वोटों से जीत दर्ज कर सांसद बन गए। वे 25 अप्रैल को नामांकन पत्र जमा करेंगे। इस बार उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री तुलसी सिलावट भी मौजूद रहेंगे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी लालवानी ने 26 अप्रैल को नामांकन पत्र जमा किया था। तब उनके साथ सुमित्रा महाजन, कैलाश विजयवर्गीय और गोपी नेमा थे। पिछले चुनाव में ऐतिहासिक जीत मिली थी, इसीलिए उन्होंने उसी तिथि पर नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला लिया है, ताकि इस बार भी उन्हें ऐतिहासिक मतों से जीत मिल सके। कुछ लोग इसे लालवानी का टोटका मानते हैं तो कुछ लोग इसे संयोग बता रहे हैं।
राजगढ़, छिंंदवाड़ा और रतलाम-झाबुआ सीट पर कांग्रेस मजबूत
पार्टी से बाहर निकल कर राजनैतिक विशेषज्ञों और सट्टा बाजार की तरफ से चर्चा करें तो इस बार कांग्रेस को तीन सीट आती दिख रही है, जिसमें राजगढ , छिंदवाड़ा और रतलाम – झाबुआ शामिल है। राजगढ़ से दिग्विजयसिंह चुनाव लड़ रहे है। लम्बे समय के बाद उन्हें अपने गृह क्षेत्र से चुनाव लडऩे का मौका मिला है। वे पदयात्रा करके अपने गृह क्षेत्र के मतदाताओं से घर घर जाकर मिल रहे है। इस बार उन्हें अपनी लाज बचाने के लिए यह चुनाव जीतना अत्यंत जरुरी है। हालांकि राजगढ़ से विशेषज्ञों, नेताओं , वरिष्ठ पत्रकारों और सोशल मीडिया के माध्यम से जो फिटबेक मिल रहे है उससे दिग्विजयसिंह की स्थिति मजबूत मानी जा रही है। छिंदवाड़ा तो कांग्रेस का गढ़ है। यहां पर मतदाताओं ने अपना काम कर दिया है। यहां से हमेशा कांग्रेस ही जीतती आ रही है। इस बार कलमनाथ के पुत्र नकूल नाथ के जीतने की संभावना बताई जा रही है। इसी प्रकार रतलाम- झाबुआ सीट भी कांग्रेस मजबूत मान रही है। बताते है की अनुसूचित जनजाति एसटी वर्ग के लिए आरक्षित रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट पर अब तक हुए 17 लोकसभा चुनाव और एक उपचुनाव में सिर्फ चार बार ही गैर कांग्रेसी नेता जीत पाए हैं। जनसंघ और भाजपा के लिए यह सीट हमेशा चुनौती बनती रही।
मध्यप्रदेश के वोटरों के आंकड़ों पर एक नजर…
- कुल सीटः 29
- कुल वोटरः 5 करोड़ 63 लाख 40 हजार 064
किस उम्र में कितने वोटर्स…
- 18 से 19 साल – 16.02 लाख
- 20 से 29 साल – 1.36 करोड़
- 30 से 39 साल – 1.49 करोड़
- 40 से 49 साल – 1.02 करोड़
- 50 से 59 साल – 78.20 लाख
- 60 से 69 साल – 45.83 लाख
- 70 से 79 साल – 21.00 लाख
- 80 से ज्यादा – 7.95 लाख