Lok Sabha elections : नकुलनाथ टॉप फाइव अमीर, 56 दुष्कर्म और हत्या के दागी

स्वतंत्र समय, नई दिल्ली

देश में लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha elections ) की प्रक्रिया के छह चरण पूरे हो चुके हैं। सातवें और अंतिम चरण के लिए मतदान 1 जून को कराया जाएगा। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) ने 2024 में चुनाव लडऩे वाले 8360 उम्मीदवारों में से 8337 के हलफनामों का विश्लेषण किया है। 23 उम्मीदवारों के शपथ-पत्र स्पष्ट न होने की वजह से उनका विश्लेषण नहीं किया गया है। एडीआर ने बताया है कि 8337 उम्मीदवारों से 1643 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं 2572 उम्मीदवार करोड़पति हैं।

Lok Sabha elections 1,644 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले

मौजूदा लोकसभा चुनावों ( Lok Sabha elections ) में 8,337 उम्मीदवारों में से 1,644 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन उम्मीदवारों में से 1191 पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और नफरती भाषण से जुड़े आरोप शामिल हैं।
8337 में से 1643 (20 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 1191 (14 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 98 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर दोषसिद्ध मामले घोषित किए हैं। 40 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302), जबकि 173 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास (आईपीसी-307) से जुड़े मामले घोषित किए हैं। महिलाओं के ऊपर अत्याचार से जुड़े मामले घोषित करने वाले उम्मीदवार 197 हैं। इनमें से 16 उम्मीदवारों के ऊपर दुष्कर्म (आईपीसी-376) से जुड़ा मामला दर्ज है।

भाजपा के 403 तो कांग्रेस के 292 करोड़पति

8337 में से 31 प्रतिशत यानी 2572 उम्मीदवार करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा भाजपा के 403 उम्मीदवार करोड़पति हैं। दूसरे स्थान पर कांग्रेस है जिसके 292 उम्मीदवार करोड़पति हैं। चुनावी हलफनामों में इन प्रत्याशियों ने एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है। लोकसभा चुनाव 2024 लडऩे वाले हर उम्मीदवार के पास औसतन 6.23 करोड़ रुपये की संपत्ति है। दलवार आंकड़ों पर गौर करें तो भाजपा के 440 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 41.26 करोड़ की है। इस लोकसभा चुनाव में फिर से चुनावी मैदान में उतरे 324 सांसदों की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में औसतन 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 2019 में इन सांसदों की औसत संपत्ति लगभग 21.55 करोड़ रुपये थी, जबकि मौजूदा चुनाव में औसत संपत्ति बढक़र 30.88 करोड़ रुपए हो गई है। यह आंकड़ा पिछले पांच वर्षों में 9.33 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी दर्शाता है।

भाजपा 191, कांग्रेस के 143 पर आपराधिक मामले

एडीआर ने उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक दलवार आंकड़े जारी किए हैं। भाजपा के 440 में से 191 (43 प्रतिशत), कांग्रेस के 327 में से 143 (44 प्रतिशत), बसपा के 487 में से 63 (13 प्रतिशत), माकपा के 52 में से 33 (63 प्रतिशत) और 3903 में से 550 (14 प्रतिशत) निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये हैं। भाजपा के 440 में से 130 (30 प्रतिशत), कांग्रेस के 327 में से 88 (27 प्रतिशत), बसपा के 487 में से 48 (10 प्रतिशत), माकपा के 52 में से 18 (35 प्रतिशत) और 3903 में से 411 (11 प्रतिशत) निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं।

सबसे अमीर प्रत्याशियों में जिंदल और नकुलनाथ भी

इस चुनाव में सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले उम्मीदवार डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी हैं। आंध्र प्रदेश के गुंटूर से टीडीपी प्रत्याशी पेम्मासानी ने कुल 5705 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। इस मामले में दूसरे स्थान पर भाजपा के कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी हैं। तेलंगाना की चेवेल्ला सीट से चुनाव लडऩे वाले रेड्डी ने अपने हलफनामे में 4568 करोड़ की दौलत बताई है। तीसरे सबसे धनी प्रत्याशी भाजपा की पल्लवी श्रीनिवास डेम्पो हैं। दक्षिण गोवा सीट से चुनाव लडऩे वाली पल्लवी की संपत्ति 1361 करोड़ की है। चौथे सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले उम्मीदवार नवीन जिंदल हैं। हरियाणा के कुरूक्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी जिंदल ने कुल 1241 करोड़ की संपत्ति घोषित की है। इस मामले में पांचवें स्थान पर कांग्रेस के नकुलनाथ हैं। नकुल ने अपने हलफनामे में 716 करोड़ की दौलत बताई है।

46 उम्मीदवारों की संपत्ति जीरो

उधर 46 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति शून्य रुपए घोषित की है। उधर, तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति 100 रुपए से भी कम बताई है। हरियाणा की रोहतक सीट से उम्मीदवार मास्टर रणधीर सिंह ने दो रुपए, आंध्र प्रदेश की बापटला (एससी) सीट से उम्मीदवार कट्टा आनंद बाबू ने सात रुपए और जम्मू-कश्मीर की बारामुला सीट से उम्मीदवार मोहम्मद सुल्तान गनई ने अपनी संपत्ति 67 रुपए बताई है।