स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्य प्रदेश में तीन चरणों के लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) के बाद अब अंतिम चरण का चुनाव 13 मई को होना है। इस दौरान मालवा और निमाड़ की 8 सीटों पर मतदान होगा। यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। 11 मई की शाम इन सभी लोकसभा क्षेत्र में प्रचार का शोर थम जाएगा। 8 सीटों पर 74 उम्मीदवार अपना भाग्य अजमाएंगे।
Lok Sabha Elections में बची 8 सीट पर मुस्लिम वोटर्स का दबदबा
लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) के चौथे चरण में देवास में 8, उज्जैन में 9, मंदसौर में 8, रतलाम में 12, धार में 7, इंदौर में 14, खरगोन में 5 और खंडवा लोकसभा सीट पर 11 प्रत्याशी चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। दिलचस्प बात यह भी है कि इन लोकसभा क्षेत्रों में मुस्लिम वोटर्स का भी दबदबा है। विधानसभा वार देखें तो इंदौर-1, इंदौर-5, महू, राउ, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच रतलाम, जावरा, शाजापुर, शुजालपुर, आगर मालवा में मुस्लिम आबादी अच्छी खासी तादाद में है। प्रदेश की बची हुई 8 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव में यह बड़ी भूमिका निभाएंगे। चौथे चरण के चुनाव को लेकर कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव बरौलिया ने दावा किया कि जनता महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचारी जैसे जमीनी मुद्दों पर वोट कर रही है। कांग्रेस-बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है। हम आधे से ज्यादा सीटें जीतने की स्थिति में हैं।
राजनीतिक विरासत आगे बढ़ाएगी पार्टी- बीजेपी
साल 2019 के लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Elections ) में मालवा-निमाड़ की सभी सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। बीजेपी का का दावा है कि वह अपनी राजनीतिक विरासत आगे बढ़ाएगी। बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि यह इसलिए होगा क्योंकि जनता हमारे साथ है। कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण, लूट का काम करती है। कांग्रेस रंगभेद, वर्ग भेद का काम करती है। इन सब मुद्दों को हम जनता तक पहुंचा रहे हैं। मालवांचल में चौथे चरण का चुनाव है। राष्ट्रवाद के मुद्दों के साथ जनता हमें वोट देगी।
पीएम मोदी-राहुल गांधी ने झोंकी पूरी ताकत
मध्य प्रदेश में चौथे और अंतिम फेज में हो रहे मालवा निमाड़ अंचल की 8 सीटों पर चुनाव कितने रोचक हैं इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक यहां प्रचार करने पहुंचे। इसके अलावा कई राष्ट्रीय और प्रदेश के नेताओं ने ताकत लगाई। बहरहाल देखना होगा कि मालवा और निमाड़ की जनता इस बार किसे अपना प्रतिनिधित्व करने का मौका देती है?