लोकायुक्त का छापा, रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के घर से सोना-चांदी और नकदी बरामद

इंदौर के ओल्ड पलासिया इलाके में मंगलवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब लोकायुक्त पुलिस की टीम ने सेवानिवृत्त आबकारी अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के फ्लैट पर छापा मारा। जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। टीम ने सुबह-सुबह फ्लैट का दरवाजा खटखटाया और अंदर घुसकर तलाशी शुरू की। भदौरिया के परिवार के लोग इस अचानक हुई कार्रवाई से हैरान रह गए।

सोना और कैश की बरामदगी की चर्चा

लोकायुक्त टीम को फ्लैट की तलाशी के दौरान सोने के आभूषणों और बड़ी मात्रा में नकदी मिलने की सूचना मिली है। जांच टीम ने आलमारी, बेड के नीचे और तिजोरियों में रखे दस्तावेजों को भी खंगाला। शुरुआती जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां से कई लाख रुपये नकद और करीब आधा किलो सोना बरामद हुआ है। फिलहाल टीम ने बरामद सामग्री को सील कर लिया है और उसकी गिनती की प्रक्रिया जारी है।

आय से अधिक संपत्ति की जांच में फंसे अधिकारी

लोकायुक्त अधिकारियों के अनुसार, धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उन्होंने नौकरी के दौरान अपनी आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद टीम ने छापेमारी का निर्णय लिया। बताया जा रहा है कि भदौरिया ने अपने नाम पर ही नहीं, बल्कि परिजनों के नाम पर भी कई संपत्तियाँ खरीदी हैं। अब लोकायुक्त यह जांच कर रही है कि यह संपत्तियाँ किस स्रोत से खरीदी गईं।

कई जगहों पर एक साथ कार्रवाई

सूत्रों का कहना है कि लोकायुक्त की टीम ने इंदौर के अलावा ग्वालियर और भोपाल में भी धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया से जुड़ी संपत्तियों पर समानांतर छापेमारी की है। विभिन्न स्थानों से मिले दस्तावेज़ों और बैंक खातों की जांच की जा रही है। टीम ने उनकी संपत्ति का ब्यौरा जुटाने के लिए नगर निगम, पंजीयन विभाग और बैंक अधिकारियों से भी संपर्क किया है।

लोकायुक्त अधिकारियों की कार्रवाई जारी

लोकायुक्त डीएसपी के अनुसार, तलाशी अभियान अभी जारी है और सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच की जा रही है। टीम को संदेह है कि भदौरिया ने अपने कार्यकाल के दौरान ठेकेदारों और शराब व्यापारियों से मिलीभगत कर अवैध लाभ कमाया था। जब्त किए गए दस्तावेजों में कई अघोषित निवेश और प्रॉपर्टी ट्रांजेक्शन के सबूत मिलने की संभावना जताई जा रही है।

पड़ोसियों में चर्चा, ‘शांत स्वभाव के थे अधिकारी’

फ्लैट में चल रही कार्रवाई को लेकर पूरे ओल्ड पलासिया इलाके में चर्चा का माहौल बना हुआ है। पड़ोसियों का कहना है कि धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया बेहद शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और आमतौर पर किसी से कम ही मिलते थे। हालांकि, कई लोगों को इस बात की जानकारी थी कि वे रिटायरमेंट के बाद भी काफी आलीशान जीवनशैली जी रहे थे।

लोकायुक्त की अगली कार्रवाई पर निगाहें

लोकायुक्त सूत्रों का कहना है कि बरामद रकम और संपत्ति के मूल्यांकन के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी। अगर जांच में आय से अधिक संपत्ति के पर्याप्त साक्ष्य मिले, तो उनके खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। फिलहाल अधिकारी से पूछताछ की जा रही है, और बैंक खातों के ट्रांजेक्शन डिटेल्स मंगाए गए हैं।