इंदौर के शासकीय स्कूल में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, संकुल प्रिंसिपल को 2 हजार रूपए की रिश्वत लेते पकड़ा

इंदौर जिले के अंतर्गत आने वाले सांवेर के शासकीय सांदीपनी मॉडल स्कूल कछालिया में लोकायुक्त की टीम ने संकुल प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया को दो हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। प्रिसिंपल ने ये राशि दो शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति की फाइल जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ऑफिस में भेजने के एवज में ली थी। 
संकुल प्रिंसिपल ने उन्हें पहले ही निर्देश देते हुए कहा था कि पैसे लिफाफे में रखकर देना। जिसके कारण आवेदक शिक्षकों ने फिफाफे में 2 हजार रूपए रखकर प्रिसिंपल को दिए और उन्होंने तत्काल वो लिफाफा अपने  हैंडबैग में रख लिया।
वहीं प्रिंसिपल के कक्ष के बाहर आवेदक ने स्कूल में मौजूद लोकायुक्त टीम को इशारा किया। इशारा मिलते ही टीम के सदस्यों रेनू अग्रवाल, रहीम खान, प्रमोद यादव, चंद्रमोहन बिष्ट, कमलेश परिहार और कंचन राजपूत, गोपाल कंवर, शेरसिंह कक्ष में पहुंचे और संकुल प्रिंसिपल को रंगे हाथ पकड़ लिया।  लोकायुक्त टीम ने उनसे लिफाफा जब्त किया। पकड़ाने के बाद प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया कहने लगी कि गलती हो गई।

इस कृत्य पर लोकायुक्त की टीम ने संकुल प्रिंसिपल पर भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम की धारा-7 के अंतर्गत कार्यवाही की है। वहीं लोकायुक्त एसपी राजेश सहाय ने इस मामले में बताया कि संकुल प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया ने स्थायीकरण के लिए दो शिक्षकों से 2 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। जिस पर उच्च माध्यमिक शिक्षक वर्ग -1 आशीष मारू पुत्र शिवप्रसाद मारू ने शिकायत की थी। आशीष ने बताया कि उसके और उनके साथी शिक्षक महेश गोयल से संकुल प्रिंसिपल ने एक -एक हजार रूपए लिफाफे में रख कर मांगे गए थे।
शिक्षक आशीष मारू का 13 सितंबर 2021 को स्कूल में पदस्थान हुआ था और 13 सितंबर 2024 को उनका प्रोबेशन पीरियड पूरा हो गया। जिसके बाद स्थायी नियुक्ति के लिए उनकी फाइल संकुल प्रिंसिपल के माध्यम से डीईओ ऑफिस भेजी जानी थी। उक्त शिक्षक के लिए 27 जनवरी 2025 को संबंधित फाइल संकुल प्रिंसिपल मनीषा पहाड़िया के पास भेजी थी। इसके साथ ही महेश गोयल की फाइल भी भेजी गई। इस शिकायत की पुष्टि मिलने पर लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर संकुल प्रिंसिपल को रंगे हाथ पकड़ा।