मध्य प्रदेश में बारिश का लंबा ब्रेक, भीषण गर्मी का कहर जारी, कई जिलों में पारा 35 डिग्री के पार, जानिए ताजा मौसम हाल

मध्य प्रदेश में इस समय मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। पिछले सात दिनों से राज्य के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश नहीं हुई है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश की संभावना नहीं है। मानसून की सुस्ती के कारण वातावरण में नमी बनी हुई है, लेकिन तेज़ बारिश के आसार अगले कुछ दिनों तक नजर नहीं आ रहे हैं।

कुछ जिलों में हो सकती है हल्की बारिश, गर्मी और उमस ने बढ़ाई परेशानी

मौसम विभाग का अनुमान है कि शुक्रवार को प्रदेश के कुछ चुनिंदा जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। विशेष रूप से भोपाल और ग्वालियर में हल्की फुहारें पड़ने की संभावना है। इंदौर संभाग में फिलहाल तेज बारिश का कोई संकेत नहीं है। बारिश का दौर थमने के कारण तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। गुरुवार को प्रदेश के 10 से ज्यादा जिलों में तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया, जिससे गर्मी और उमस लोगों को परेशान कर रही है।

अब तक सामान्य से बेहतर हुई बारिश, लेकिन वितरण असमान

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अब तक प्रदेश में औसतन 28.7 इंच बारिश हो चुकी है, जो कुल अनुमानित बारिश का करीब 77% है। यह आँकड़ा इस ओर इशारा करता है कि अब तक बारिश की स्थिति संतोषजनक रही है। जून और जुलाई महीने में ही कुल 74 प्रतिशत बारिश हो चुकी थी, जो दर्शाता है कि शुरुआती दो महीनों में मानसून ने अच्छी सक्रियता दिखाई।

ट्रफ लाइन की गतिविधि कमजोर, आने वाले दिनों में राहत के कम आसार

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वर्तमान में केवल एक ट्रफ लाइन की गतिविधि दर्ज हो रही है, जो मध्य प्रदेश से काफी दूर बनी हुई है। इस कारण अगले 3 से 4 दिनों तक किसी भी जिले में तेज बारिश की संभावना नहीं है। हालात यही बने रहे तो खेतों की सिंचाई के लिए किसानों को वैकल्पिक उपायों की जरूरत पड़ सकती है।

ग्वालियर-चंबल में झमाझम, इंदौर-उज्जैन को किया नजरअंदाज

प्रदेश के प्रमुख शहरों की बात करें तो ग्वालियर, भोपाल और जबलपुर में अब तक संतोषजनक वर्षा दर्ज की गई है। ग्वालियर में सर्वाधिक 35.25%, जबलपुर में 30.72% और भोपाल में 27.99% बारिश हो चुकी है। वहीं इंदौर और उज्जैन संभाग अब तक सूखे जैसे हालात का सामना कर रहे हैं। इंदौर में सिर्फ 11.05% और उज्जैन में 13.96% बारिश हुई है, जो सामान्य से काफी कम है।

गुना बना बारिश का सिरमौर, इंदौर सबसे पीछे

प्रदेश में अगर सबसे ज्यादा बारिश की बात की जाए तो गुना जिला पहले नंबर पर है, जहां अब तक 45.80% वर्षा हो चुकी है। इसके बाद निवाड़ी में 45.21%, टीकमगढ़ में 44.29%, मंडला में 44.07% और अशोकनगर में 41.88% बारिश दर्ज की गई है। यह आंकड़े बताते हैं कि इन जिलों में अब तक अच्छी और संतुलित बारिश हुई है। इसके उलट, इंदौर जैसे प्रमुख शहरी क्षेत्र मानसून की बेरुखी झेल रहे हैं।