संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य जन समुदाय को लू (तापघात) से बचाव के लिए जरूरी व्यवस्थाओं पर चर्चा करना था। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने मिलकर आगामी ग्रीष्म ऋतु में लू के प्रकोप से निपटने की योजना बनाई।
अलग-अलग उपाय सुझाएंगे अधिकारी
बैठक में दीपक सिंह ने कहा कि आगामी गर्मी के महीनों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है, जिससे संभाग के कई क्षेत्रों में लू (तापघात) की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्ययोजना तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया और निर्देश दिए कि सभी कार्य समयसीमा में पारदर्शिता, ईमानदारी, और मानवता के साथ किए जाएं।
छायादार स्थानों पर लगेगी प्याऊ
संभागायुक्त ने अपने निर्देशों में कहा कि सभी जिलों में प्याऊ की व्यवस्था की जाए, विशेष रूप से जिला अस्पताल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार और चौराहों पर। इसके अलावा, शासकीय स्कूलों, कॉलेजों, छात्रावासों, अस्पतालों और पंचायतों में गर्मी से बचाव हेतु छायादार स्थानों और पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। सभी पानी के स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है, खासकर हैंडपंपों का सही तरीके से संधारण किया जाए।
पशु-पक्षियों के लिए भी करें व्यवस्था
संभागायुक्त ने यह भी कहा कि गर्मी का प्रभाव केवल मनुष्यों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह पशु-पक्षियों पर भी पड़ता है। इसलिए उनके लिए भी ठंडी छांव और पीने के लिए पानी की व्यवस्था की जानी चाहिए, विशेष रूप से गौशालाओं पर। उन्होंने कृषक वर्ग से अपील की कि गर्मी के मौसम में नरवाई को जलाने से बचें, ताकि आग का खतरा न बढ़े।
संभागायुक्त ने यह भी सुझाव दिया कि लू से बचाव हेतु होमगार्ड्स, सिविल डिफेंस आदि के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाए, ताकि आपात स्थिति में उनका सहयोग प्राप्त हो सके।
ये अधिकारी रहे बैठक में मौजूद
बैठक में अपर आयुक्त तरूण भटनागर, संयुक्त आयुक्त डी.एस. राणादा, उपायुक्त शैली कनास, सहायक आयुक्त लिटिगेशन रेखा सचदेवा, उच्च शिक्षा विभाग की अतिरिक्त संचालक किरण सलूजा, उपायुक्त आदिवासी विकास ब्रजेश पांडे, लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता सी.एस. खरत, जेडीए आलोक मीणा, स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक अरविंद सिंह, सहकारिता विभाग के उपायुक्त के.के. जमरे, स्वास्थ्य विभाग के संभागीय संचालक डॉ. जोसेफ सहित कई महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित थे। संभागायुक्त ने सभी अधिकारियों से यह अपील की कि वे इस कार्य को प्राथमिकता दें और लू से बचाव के उपायों को जल्द से जल्द प्रभावी बनाएं, ताकि ग्रीष्म ऋतु में जन समुदाय को सुरक्षित रखा जा सके।