इंदौर में मां नर्मदा आएगी सूरज की ऊर्जा के सहारे- नगर निगम बन जाएंगा आत्मनिर्भर

देश का सबसे बड़ा नगर निगम संचालित सौर जल प्रबंधन प्रोजेक्ट आकार ले रहा है । यहीं 250 करोड़ से अधिक का ग्रीन बॉन्ड निवेश का रास्ता भी खोला जा रहा है। जिसमें  जनता की भागीदारी और भविष्य की ऊर्जा क्रांति की नींव भी रखी जा रही है। आपको यह जानकर कर खुशी होगी कि स्वच्छता में देश का सिरमौर इंदौर अब ऊर्जा क्षेत्र में भी इतिहास रचने जा रहा है। जलूद स्थित आशू खेड़ी में इंदौर नगर निगम द्वारा 60 मेगावाट का सोलर पार्क तैयार किया जा रहा है। जो अपनी पूरी ऊर्जा के साथ प्रगति की ओर बढ़ रहा है। इसी को लेकर रविवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव, जल प्रभारी अभिषेक शर्मा, निगम प्रतिनिधि बबलू और निगम और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने परियोजना स्थल का निरीक्षण किया। इसके साथ ही निर्माण कार्य की समीक्षा की।

उम्मीद की किरण से बचेगी बिजली
जलूद में 60 मेगावाट सोलर पार्क परियोजना का उद्देश्य यह है कि नर्मदा जल लिफ्ट योजना में उपयोग होने वाली बिजली की लागत को कम किया जा सके। इससे इंदौर नगर निगम को दोहरा फायदा होगा। एक ओर हजारों किलोवाट बिजली बचेगी। बिजली बिल का खर्च कम हो जाएंगा। बताया जा रहा है कि इससे हर महीने ₹5 करोड़ रुपए की बचत होगी। इसके साथ ही  आत्मनिर्भरता की ओर यह नगर निगम का एक बड़ा कदम साबित होगा ।
“सोलर सिटी” और “ग्रीन सिटी” में बदलने का है विज़नजलूद सोलर पार्क  परियोजना आशू खेड़ी, में बनाई जा रही है। यह लगभग 225 एकड़ जमीन पर आकार लेंगी। इसके लगने के बाद लगभग 60 मेगावाट बिजली उत्पादन होने की संभावना है। देश में पहली बार किसी नगर निगम ने ग्रीन बॉन्ड के माध्यम से आम नागरिकों को ऊर्जा परिवर्तन में भागीदार बनाया है। 250 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश इस बात का प्रमाण है कि इंदौर की जनता केवल सफाई में ही नहीं, पर्यावरण सुरक्षा में भी देश को राह दिखा रही है।

ऐसी है इसकी तकनीकी विशेषताएं
अत्याधुनिक सौर पैनल, स्मार्ट इनवर्टर और ग्रिड से जुड़ी ऊर्जा प्रणाली की यह परियोजना होगी। इसके साथ ही यह योजना लगभग अगस्त तक चालू  होने की संभावना है। इसके साथ ही इससे  पर्यावरण को भी लाभ मिलेगा।

आत्मनिर्भर नगर निगम का संदेश
महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि “यह परियोजना केवल बिजली उत्पादन नहीं, इंदौर की आत्मनिर्भरता और पर्यावरणीय जागरूकता की चमकती मिसाल है। अगस्त के अंत तक इसके लोकार्पण की तैयारी है। मैं हर उस नागरिक को सलाम करता हूं जिसने इस मिशन को अपना मिशन बनाया।” इसके साथ ही इंदौर अपनी नई पहचान “भारत की ऊर्जा राजधानी इंदौर के रूप में अपनी पहचान बनाने में जुटा है।