Madhumilan चौराहे की कांक्रीट रोड में मिली कई कमियां

स्वतंत्र समय, इंदौर

शहर के बीच स्थित मधुमिलन ( Madhumilan ) चौराहे का विकास तो लगभग पूरा हो गया है, लेकिन कुछ कमियां सामने आई है। इस चौराहे पर कांक्रीट की रोड बनाई जा रही है इसमें बहुत सी गलतियां, कमियां दिख रही है। शहर को नजदीकी से जानने वाले, अनुभवी इंजीनियर अतुल शेठ शहर के विकास को लेकर सही मुद्दे उठाकर विभागों को अवगत कराते रहते हैं। एक अच्छे जानकार होने के नाते शहर में चाहे मेट्रो की खुदाई का मामला हो, ब्रिज का निर्माण हो, स्पीड ब्रेकर की बात हो या सड़क निर्माण हो जहां भी खामियां नजर आती है वे तत्काल उसे जनता और संबंधित विभागों को अवगत करा देते है। हाल ही में उन्होंने शहर में चल रहे तीन अलग अलग विकास कार्यों की गलतियां उजागर की है।

Madhumilan चौराहे पर कई गलतियां…

  • पहली बात कंक्रीट के रोड में जिस तरीके से सरिया बिछाया गया है, इसकी आवश्यकता ही नहीं होती है ।
  • जो सरिया बिछाया गया है वह कंक्रीट के बिल्कुल बॉटम में आएगा, इसकी लोकेशन भी अगर डालना हो तो गलत है यह।
  • पैनल को आपस में जोडऩे के लिए जो ट्रांसफर रिइंफोर्समेंट या शेयर रिइंफोर्समेंट लगता है, उसका भी अभाव दिखता है।
  • इन सभी से पता चलता है की सुपरविजन की ओर डिजाइन कमी है, लेकिन कोई भी इसको देखने वाला नहीं है।

एमआर 11 रोड का चौराहा बना खतरनाक

वरिष्ठ इंजीनियर अतुल शेठ के मुताबिक देवास नाके पर बन रहे पुल की ड्राइंग देखने पर मालूम पड़ता है कि, यह पुल देवास की ओर जहां उतर रहा है ,वहीं पर थोडा आगे एमआर 11 रोड का चौराहा बन रहा है जो कि भविष्य में कभी खतरनाक हो सकता है और बाईपास की तरह तकलीफ दायक भी होगा। इस पर भी ठेकेदार, कंसलटेंट तथा संबंधिक विभाग को विचार करना चाहिए । इसी प्रकार एम आर 11, 75 मी का रोड भी होगा तो सेंटर से 37.5 मी निकल जाएगा इसमें से तो करीब 50 मी ही रहेगा जो की मुख्य चौराहे का और रेम्म की शुरूआत का बहुत ही कम अंतर होगा। इसी प्रकार देवास नाके वाले चौराहे पर जो पुल बन रहा है उसके मुहाने पर जो चौराहा विकसित हो रहा है वहीं से यू टर्न लेते हैं वहां मास्टर प्लान के हिसाब से एक तरफ 60 मीटर की रोड है और एक तरफ 30 मीटर की रोड है। इसलिए इस पुल को इस चौराहे को क्रॉस करके उतारना ही सभी दृष्टि से श्रेष्ठ रहेगा।
पुल के दोनों भुजाओं के स्पीड बे्रकर आश्चर्य करने वाले
इसी प्रकार फूटी कोठी चौराहे पर इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाए गए पुल दोनों भुजाओं पर चढ़ते वक्त स्पीड ब्रेकर बनाया गया है बहुत ही आश्चर्य और दुखद है। किसी भी दिन कोई हादसा हो सकता है। आईडीए को स्पीड बे्रकर को एक बार फिर से जांचना चाहिए।