स्वतंत्र समय, भोपाल
आईएएस अधिकारी के नाते शानदार सैलरी, तमाम सुख सुविधाएं और सरकारी घर-गाड़ी मिलती है, लेकिन इसके बाद भी प्रदेश के दस कलेक्टरों ( Collectors ) के पास एक इंच भी अचल संपत्ति नहीं हैं। वहीं कई कलेक्टर ऐसे भी हैं, जिन्हें गिफ्ट या फिर विरासत में करोड़ों की प्रॉपर्टी मिली है। इसका खुलासा आईएएस अधिकारियों की अचल संपत्ति की जानकारी से हुआ है।
Collectors आशीष सिंह रह चुके ननि कमिश्नर
प्रदेश के 10 जिलों में पदस्थ कलेक्टरों ( Collectors ) ने अभी तक जमीन का एक टुकड़ा नहीं खरीदा। इनमें 2010 बैच के आईएएस अधिकारी और मौजूदा इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह भी शामिल हैं। इंदौर के पहले वे भोपाल में कलेक्टर और इंदौर-उज्जैन में नगर निगम कमिश्नर रहे हैं। वे एक फेमस क्विज शो के कर्मवीर एपिसोड में हॉटशीट पर भी बैठे थे और उन्होंने इस शो में 12 लाख रुपए जीते थे। डीओपीटी को दी गई जानकारी में खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह के पास भी कोई अचल संपत्ति नहीं है। 2013 बैच के आईएएस अधिकारी अनूप कुमार सिंह उत्तर प्रदेश के इटावा के रहने वाले हैं। वे ग्वालियर और जबलपुर में अपर कलेक्टर रहे हैं। बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल ने भी अपनी अचल संपत्ति की जानकारी में बताया कि उनके पास किसी भी राज्य में कोई अचल संपत्ति नहीं है। इसके पहले वे नीमच में जिला पंचायत सीईओ और धार में एसडीएम रही हैं। अप्रैल 2023 में वे दिल्ली के विज्ञान भवन में सिविल सेवा दिवस के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सम्मानित हो चुकी हैं।
ऐसे कई आईएएस के पास नहीं है अचल संपत्ति
देवास कलेक्टर और 2014 बैच के आईएएस ऋषभ गुप्ता के पास भी कोई अचल संपत्ति नहीं है। देवास कलेक्टर के पहले ऋषभ गुप्ता इंदौर स्मार्ट सिटी में सीईओ रहे हैं। सीईओ रहते उनके द्वारा किए गए काम को लेकर उन्हें कार्बन क्रेडिट फाइनेंसिंग मैकेनिज्म में अवार्ड मिला था। शाजापुर कलेक्टर और 2014 बैच की आईएएस अधिकारी ऋजु बाफना के पास भी कोई अचल संपत्ति नहीं है। छत्तीसगढ़ मूल निवासी ऋजु नरसिंहपुर कलेक्टर भी रह चुकी हैं। इसके अलावा भोपाल नगर निगम में अपर आयुक्त, सिंगरौली में एडीएम, उज्जैन में एडीएम, जबलपुर में जिला पंचायत सीईओ भी रह चुकी हैं।