सरकार पर nursing scam के छींटे, आरोपों से भीगा सदन

स्वतंत्र समय, भोपाल

प्रदेश की किरकिरी कराने वाले नर्सिंग घोटाले ( nursing scam ) को लेकर कांग्रेस विधायकों ने मानसून सत्र के पहले ही दिन सदन में आरोपों की बौछार लगा दी। काम रोक कर घोटाले पर चर्चा की मांग कर रहे कांग्रेस विधायकों ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को दोषी बताया। विपक्ष सारंग की बर्खास्तगी की मांग करने से भी नहीं चूका। हंगामे के कारण सदन की कार्रवाई बार-बार रुकती रही। अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा मंगलवार को इस मुद्दे पर चर्चा का समय तय करने पर हंगामा शांत हुआ।

nursing scam पर सरकार को घेरने की तैयारी

बीते कई दिनों से नर्सिंग घोटाले ( nursing scam ) पर सरकार को घेरने की तैयारी में जुटी कांग्रेस के विधायक सोमवार को नर्सिंग अप्रिन पहनकर सदन में पहुंचे। नारेबाजी करते हुए सदन में पहुंचे कांग्रेसी विधायकों ने मानसून सत्र के पहले ही दिन सदन को गर्मा दिया। दिवंगतों को श्रद्धांजलि के बाद सदन की कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष ने नर्सिंग घोटाले का मुद्दा उठाया। साथ ही काम रोककर चर्चा की मांग की। हमारे प्रदेश के हजारों युवाओं के भविष्य से जुड़ा मामला है। वे सभी परेशान है। इस बीच अध्यक्ष ने कहाकि आगे बहुत सारे मौके मिलेंगे, तब अपनी बात सभी लोग रख दें। इसी बीच संसदीय कार्यमंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने नियमों का हवाला देते हुए कहाकि मामला अदालत में लंबित है, सीबीआई भी जांच कर रही है। इस विषय पर चर्चा नहीं की जा सकती। वहीं लोक महत्व के विषय की अवधि को भी लेकर भी उन्होंने आपत्ति जताई। इस पर कांग्रेस के सभी सदस्य उखड़ गए और सरकार पर दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। विजयवर्गीय ने कहाकि सरकार युवाओं को लेकर गंभीर है। सभी को परीक्षा का अवसर दे दिया है। इस पर भैरोसिंह शेखावत ने कहाकि सरकार घोटाले करती जाएगी तो युवा कब तक परीक्षा देते रहेंगे। इस पर दोनों ओर से तल्ख लहजे में आरोप लगाए जाते रहे। हंगामा बढ़ता देख अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी। दोबार कार्रवाई शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष ने फिर मामला उठाया। इस पर दोनों सदनों में नियम-प्रक्रिया को लेकर खींचतान चलती रही। अध्यक्ष तोमर ने नियमों का हवाला देते हुए मंगलवार को प्रश्नकाल के बाद चर्चा कराने का समय तय किया। इसके बाद हंगामा शांत हुआ।

स्वर धीमा रखें, तेज स्वर सुनने बर्दाश्त नहीं करेंगे: सीएम

हंगामे के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विपक्ष को चेताते हुए कहाकि नियमों व मान्य परंपराओं के तहत ध्यानाकर्षण में चर्चा कर लें। हमारी सरकार हर मुद्दे पर गंभीर है।कभी भी चर्चा से भागते नहीं हैं। मगर तेज स्वर से हम दबने वाले नहीं है। तेज स्वर में बात सुनने की आदत हमें भी नहीं हैं। इसलिए विपक्ष अपने स्वर में संयम रखे। इसके पूर्व मंत्री विजयवर्गीय ने कहाकि सरकार चर्चा के लिए तैयार है।

मैंने ही चर्चा कराने के लिए कहा : विश्वास सारंग

विपक्ष नर्सिंग घोटाले के लिए तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को जिम्मेदार ठहरा रहा है। सदन में उन्हें बर्खास्त करने की मांग भी नेता प्रतिपक्ष ने उठाई। इस पर सारंग का कहना है कि मैंने ही सदन के अंदर और बाद में कक्ष में जाकर कहा है कि सरकार चर्चा करा ले। मेरी इसमें कोई भूमिका नहीं है। कांग्रेस के विधायक कमलनाथ सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार ने बिना निरीक्षण के मान्यता दे दी थी। मैंने तो सारे कालेजों का निरीक्षण भी कराया था। उन्होंने विपक्ष के सारे आरोपों को निराधार बताया।

केवल राजनीति कर रही है कांग्रेस: राजेन्द्र शुक्ल

उपमुख्यमंत्री तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने नर्सिंग घोटाले को लेकर कांग्रेस के हंगामे पर कहा कि कांग्रेस केवल राजनीति कर रही है। इस मामले की पहले ही जांच चल रही है। सीबीआई खुद जांच कर रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि कांग्रेस ऐसे मुद्दे को हवा दे रही है जिसकी पहले ही सरकार जांच कराने का आदेश दे चुकी है। शुक्ल ने सदन परिसर में मीडिया से चर्चा में यह बात कही।