टीए-डीए के नाम पर सरकार को लाखों का चूना लगा रहे Madhya Pradesh officers

स्वतंत्र समय, भोपाल

मध्यप्रदेश के अफसर ( Madhya Pradesh officers ) परिवहन आयुक्त, आबकारी आयुक्त, भू-अभिलेख कमिश्नर तथा राजस्व मंडल का मुख्यालय वैसे तो सरकारी तौर पर ग्वालियर में है। लेकिन इनमें पदस्थ कमिश्नर, आयुक्त ग्वालियर कम, भोपाल में कैम्प ऑफिस के नाम पर ढेरा जमाए रखते हैं। वे कभी-कभार ही ग्वालियर जाते हैं, जिसके चलते फाइलें कराने के लिए ग्वालियर से रोज कर्मचारियों को भोपाल आना पड़ता है और टीए-डीए के नाम पर सरकार को लाखों का चूना लगाया जा रहा है।

Madhya Pradesh officers भोपाल में ज्यादा रहते हैं

मप्र सरकार  को ग्वालियर में स्थित राज्य स्तरीय परिवहन मुख्यालय, आबकारी आयुक्त मुख्यालय, भू-अभिलेख तथा राजस्व मंडल को समाप्त कर भोपाल में स्थापित कर लेना चाहिए। क्योंकि इन दफ्तरों में पदस्थ किए जाने वाले कमिश्नर-आयुक्त ग्वालियर में कम भोपाल में ज्यादा रहते हैं। कैम्प ऑफिस, उडऩदस्ता के नाम पर अफसरों के साथ एक अतिरिक्त आयुक्त अथवा संभागीय उपायुक्त की भी पदस्थापना करा ली जाती है। वर्तमान में आबकारी कमिश्नर के रूप में आईएएस अभिजीत अग्रवाल, परिवहन आयुक्त के रूप में आईपीएस डीपी गुप्ता पदस्थ हैं। परिवहन आयुक्त का कैम्प ऑफिस 11 क्वाटर के पास है, वहीं आबकारी आयुक्त का विठ्ठन मार्केट में है, जबकि आबकारी विभाग के उडऩदस्ते का ऑफिस शिवाजीनगर में है। मुख्यालय में अफसरों के नहीं रहने की वजह से रोजमर्रा के काम कराने मुख्यालय पहुंचने वाले बस मालिकों, आमजनता को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।