साल 2025 को ‘उद्योग वर्ष’ के रूप में बनाएगा मध्यप्रदेश, जनवरी में होगी मप्र सरकार की पहली इन्वेंस्टर समिट

जनवरी में होगी मोहन यादव सरकार की पहली इन्वेंस्टर समिट करेगी। इसके साथ ही प्रदेश में 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। इसके पहले प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर रीजनल इंडस्ट्रियल कांन्क्लेव होंगी। साथ ही प्रदेश में स्पेस टेक्नोलॉजी पर नेशनल कॉन्फ्रेंस होगी। अधिकारियों को कहा है कि रोजगार परक योजनाओं को प्राथमिकता दें ताकि युवाओं को बाहर नहीं जाना पड़े।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग की समीक्षा में बताया कि मेपकास्ट के साथ इसरो जैसी संस्थाओं की मदद से युवाओं के लिए उपयोगी उद्योग और व्यवसायिक गतिविधियां होंगी। आईटी विभाग में रोजगार के लिए बड़ी संख्या में युवा प्रदेश से बाहर जाते हैं, उन्हें प्रदेश में ही काम मिलें, ऐसे प्रयास करें। प्रदेश में नए उद्योग निवेश के लिए भारत के प्रमुख नगरों में उद्योगपतियों के साथ बैठकें होंगी। प्रदेश में मेडिकल टूरिज्म और नए विभागों में निवेश की संभावनाओं का अध्ययन होगा।

उज्जैन में हुई रीजनल कांक्लेव की समीक्षा

बैठक में उज्जैन में हुई रीजनल इंडस्ट्री कांन्क्लेव-2024 की प्रगति की समीक्षा की गई। उज्जैन के विक्रमपुरी औद्योगिक विभाग में पिछले 6 महीने में 58 इकाइयों के लिए 459.24 एकड़ भूमि प्रदान की गई। कुल 5407.59 करोड़ के निवेश को मंजूरी दी गई। लगभग 15 हजार जरूरत मंद लोगों को नौकरी मिलेगी।