बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि के पर्व पर 18 लाख दीपक प्रज्वलित किए जाएगे, इन दीपकों को प्रज्वलित कर उज्जैन नगरी अपना नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाएगी, जिसकी तैयारिया अभी से शुरू कर दी गई है.
बाबा महाकाल की नगरी के नाम से पहचाने जाने वाला शहर उज्जैन अपना नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की तैयरी कर रहा है, इस साल उज्जैन में महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी हो रही है. महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर जिला प्रशासन, समार्ट सिटी,और सामाजिक व धार्मिक संस्थानों ने तैयारियां शुरू कर दी है.
महाशिवरात्रि पर्व पर उजैन में 18 लाख दीप प्रज्वलित किये जायेगे. यह दीपोत्सव कार्यक्रम पिछले साल से शुरू किया गया था. महाशिवरात्रि के पर्व पर महाकाल लोक मंदिर, चिंतामणि गणेश मंदिर, मंगलनाथ मंदिर, शिप्रा नदी सहित सभी धार्मिक और सार्वजानिक स्थलों पर दीप प्रज्वलित किये जाते है. यही नही घरो में भी दीपक जलाकर हजारो लोग इस उत्सव में शामिल होते है.
उजैन के कलेक्टर कुमार पुरुषोतम का कहना है की इस साल उज्जैन में 18 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके लिए सभी स्थानों पर तैयारीयां शुरू कर दी गई है. महाशिवरात्रि के पर्व पर सभी स्थानों पर 18 लाख दीप जलाकर, धार्मिक नगरी उज्जैन का नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जायेगा.
वैसे तो उज्जैन में सभी स्थानों पर दिप जलाये जाएंगे, लेकिन सबसे ज्यादा दीप महाकालेश्वर मन्दिर और शिप्रा नदी के घाट पर जलाये जाएंगे और यही स्थान आकर्षण का केंद्र भी बनेगे.वही स्मार्ट सिटी के सीईओ आशीष पाठक ने बताया की ढाई सौ दीपक पर 2 वालंटियर तैनात किये जायेगे. वालंटियर का परिचय पत्र भी बनाया जायेगा. इसके अलावा सभी स्थानों पर अलग-अलग लोंगो को तैनात किया जाएगा. पाठक का कहना है की इस साल लक्ष्य बड़ा है तो तैयारियां भी बड़ी पैमाने पर की जा रही है.