स्वतंत्र समय, भोपाल
महाकाल मंदिर के प्रशासक संदीप कुमार सोनी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Mohan Yadav ) के निशाने पर थे। इसलिए इन्हें चलता कर दिया है। सोनी तत्कालीन कलेक्टर रहे मनीष सिंह और कुमार पुरुषोत्तम के खास अधिकारियों में गिने जाते थे, जिसके कारण काफी समय से वे मंदिर के प्रशासक का कार्य संभाल रहे थे। इसी कड़ी में संदीप कुमार सोनी को भी हटाया गया है। उधर, राज्य सरकार ने अवकाश के दिन शनिवार को दो आईएएस सहित 64 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादले किए हैं।
Mohan Yadav सरकार में इनका फेरबदल
मध्यप्रदेश की मोहन यादव (Mohan Yadav ) सरकार में एमपी हाउसिंग बोर्ड की मुख्य प्रशासनिक अधिकारी विदिशा मुखर्जी को मप्र पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल अपर प्रबंध संचालक पदस्थ किया है। ये करीब तीन साल से यहां पदस्थ थीं, वहीं, अशोकनगर अपर कलेक्टर जीएस धुर्वे को अपर कलेक्टर बालाघाट बनाया है। सीएम सचिवालय में पदस्थ उप सचिव महीप तेजस्वी को सीईओ जिला पंचायत सतना बनाया है। ये शिवराज सरकार में प्रमुख सचिव रहे मनीष रस्तोगी के खास अफसरों में रहे हैं, वहीं नम: शिवाय अरजरिया को राज्य शिष्टाचार अधिकारी बनाया गया है। इन्हें सीएस की पसंद माना जा रहा है। सविता झानिया को उप संचालक पिछड़ा वर्ग से सीईओ जिपं धार बनाया है, इनकी पटरी एसीएस से नहीं बैठ रही थी, जिसके कारण इन्हें चलता कर दिया। नरोत्तम प्रसाद भार्गव को संयुक्त परिवहन आयुक्त से सीईओ ग्वालियर विकास प्राधिकरण भेजा है। नए परिवहन आयुक्त के साथ इनकी अनबन चल रही थी। साथ ही इन्हें तीन साल हो चुके थे।
तीन साल पूरे करने वाले अधिकारियों को बदला
लोकसभा चुनाव के कारण तीन साल पूरे करने वाले अधिकारियों को बदला गया है। इनमें प्रदीप जैन को मुख्य महाप्रबंधक एमपीआरडीसी से सीईओ भोपाल विकास प्राधिकरण बनाया है। बीडीए के सीईओ को लेकर काफी शिकायतें मिल रही थी, इसलिए उन्हें हटाया गया है। प्रकाश सिंह चौहान को उप सचिव जीएडी कार्मिक से उप सचिव माशिमं भोपाल, डॉ. ब्रजेश सक्सेना को पर्यटन विकास निगम से उप सचिव जीएडी कार्मिक, श्रृंगार श्रीवास्तव को सीईओ जिपं धार से संयुक्त संचालक पिछड़ा भोपाल, तृप्ति श्रीवास्तव को महाप्रबंधक वेयर हाउसिंग से मुख्य प्रशासकीय अधिकारी गृह निर्माण मंडल भोपाल, स्वाति जैन को अवर सचिव राज्य निर्वाचन आयोग से अवर सचिव धार्मिक न्यास, आशीष खरे प्रभारी डिप्टी कलेक्टर हरदा से विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी सीएम कार्यालय, योगेंद्र मोर्य प्रभारी डिप्टी कलेक्टर को भी सीएम सचिवालय में ओएसडी बनाया गया है। ये दोनों अधिकारी सीएम की पसंद के माने जा रहे हैं। वैसे दोनों ही प्रभारी डिप्टी कलेक्टर यानी तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं।