स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रयागराज महाकुंभ ( Mahakumbh ) जाने वाले हाईवे और सडक़ों पर एमपी के रीवा, कटनी, सतना में 50 किलोमीटर तक जाम लग गया है जिसे लेकर राजनीति हो रही है। यूपी के पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रयागराज महाकुंभ में जाने के बजाय घर जाने का आग्रह करते कटनी के पुलिसकर्मी का वीडियो शेयर करते हुए उप्र और मप्र सरकार पर हमला बोला। उधर, सीएम ने रास्ता क्लियर होने पर आगे बढऩे के लिए कहा है।
Mahakumbh में स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं के संपर्क में
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रयागराज का जो क्षेत्र मध्यप्रदेश से सटा हुआ है, विशेष रूप से रीवांचल इलाका, यहां से अन्य राज्यों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में महाकुंभ ( Mahakumbh ) पहुंच रहे हैं। इसलिए वाहनों के आवागमन से सडक़ों पर यातायात का कुछ दबाव बना हुआ है। राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन सभी श्रद्धालुओं के संपर्क में है। डॉ. यादव ने महाकुंभ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं से अपील की है कि स्थिति सामान्य होने तक वे एक-दो दिन इस मार्ग से आगे बढऩे से बचें। महाकुंभ श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा है, उससे व्यवस्थाओं को बनाने में चुनौतियां सामने आ रही हैं। इनसे निपटने के लिए मध्यप्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जिला प्रशासन को निर्देश दिये हैं कि सीमा क्षेत्रों में जहां भी जाम है, वहां यात्रियों के लिए पानी, भोजन और आवास व्यवस्थाएं सुनिश्चत हो।
अखिलेश-पटवारी ने खोला मोर्चा
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा-इस पार-उस पार दोनों तरफ है ‘भाजपा सरकार’। एक कहे आओ महाकुंभ दूसरा कहे न जाओ पार। प्रयागराज जाने वाले रास्तों पर लगे जाम और अव्यवस्थाओं को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने ट्वीट कर लिखा- मप्र के रीवा, कटनी, मैहर, चित्रकूट, जबलपुर से ही ‘महा-जाम’ यात्रा बाधित कर रहा है। संगम से 250 किमी पहले श्रद्धालुओं को रोक रहे हैं। मध्य प्रदेश-उत्तर प्रदेश के बीच अराजकता का डबल-इंजन, बुलेट ट्रेन से तेज दौड़ रहा है और सरकारी समन्वय की कमी परेशानी बढ़ा रही है। सडक़ों पर कई किमी कतारें हैं। लोग खाने-पीने की किल्लत का सामना कर रहे हैं। प्राथमिक उपचार भी नहीं मिल पा रहा है।
मैं भी प्रयागराज जाने वाला था: दिग्विजय
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कुंभ को लेकर कहा- उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा था कि कुम्भ में 100 करोड़ लोगों के स्नान की व्यवस्था है, लेकिन वे भूल गए कि इतने लोगों के वहां आने के रास्तों की भी व्यवस्था करना पड़ेगी। 40 किलोमीटर तक सडक़ों में जाम लगा हुआ है, मैं भी रीवा से प्रयागराज जाने वाला था लेकिन पता किया कि वहां पहुंचना असंभव है और मुझे दिल्ली संसद भवन चर्चा के लिए पहुंचना था, इसीलिए मैं दिल्ली आ गया। आगे आने वाले दिनों में स्नान करने जाने के लिए प्रयास करूंगा।