Mahakumbh में गाड़ियों की एंट्री बंद, रेलवे स्टेशन पर आने-जाने के रास्ते किए वन-वे

स्वतंत्र समय, प्रयागराज

महाकुंभ ( Mahakumbh ) का रविवार 21वां दिन है। रविवार दोपहर 2 बजे तक 97 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया। 13 जनवरी से अब तक 34.57 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। बसंत पंचमी स्नान को देखते हुए 2 से 4 फरवरी तक प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है। वीआईपी पास भी रद्द कर दिए गए हैं। निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर तैनात किया गया है। रविवार से 4 फरवरी तक श्रद्धालुओं को अपने वाहन शहर के बाहर पार्किंग में खड़े करने होंगे। पार्किंग से वे शटल बस से या पैदल घाटों तक पहुंच सकेंगे। बड़े और छोटे वाहनों की पार्किंग अलग कर दी गई है। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर वन-वे व्यवस्था लागू कर दी गई है। एक साइड से श्रद्धालु आएंगे तो दूसरी साइड से निकासी होगी।

पांच फरवरी को Mahakumbh नगर में आएंगे प्रधानमंत्री मोदी

इसलिए श्रद्धालुओं को फाफामऊ से लेकर अरैल तक कहीं भी स्नान करने से महाकुंभ का पुण्य मिलता है. उन्होंने कहा, संगम का क्षेत्र सीमित है, इसलिए हम सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हैं कि वे उस क्षेत्र में अनावश्यक भीड़ न लगाएं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पांच फरवरी को महाकुंभ नगर में आना प्रस्तावित है. इसे देखते हुए मेला प्रशासन और पुलिस के लिए अगले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण रहने की उम्मीद है।

प्रयागराज पहुंचे ये दो बड़े अनुभवी आईएएस अधिकारी

मेला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि पूरे पुलिस बल को मेला क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच लखनऊ से आए प्रशासनिक अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी और आशीष गोयल अपने पिछले अनुभव साझा कर मेला प्रशासन की मदद कर रहे हैं। साल 2019 के कुंभ में गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे, जबकि गोयल मंडलायुक्त थे।

4 दिन स्टेशनों पर वन-वे रहेगा

बसंत पंचमी के मौके पर प्रयागराज शहर के सभी रेलवे स्टेशनों पर आज से 5 फरवरी तक यात्रियों को वन-वे प्रवेश ही होगा। प्रयागराज जंक्शन, छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग, रामबाग आदि रेलवे स्टेशनों पर एक साइड से प्रवेश तो दूसरी साइड से यात्रियों की निकासी होगी।

स्नान के बाद बेवजह घाटों पर न रुकें

मेला प्राधिकरण भवन में स्थित एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र पहुंचे. वहां उन्होंने बड़े स्क्रीन के माध्यम से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र, चौराहों और प्रवेश बिंदुओं पर निगरानी रखी. लोगों की भीड़ को घाटों से हटाने के लिए लाउडस्पीकर से खुद निर्देश जारी किए. उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा, स्नान के बाद घाटों पर अनावश्यक रूप से न रुकें।