Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस ने अपने बागी नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की है, जिससे पार्टी अनुशासन बनाए रखने का संदेश दे रही है। पार्टी ने अब तक 28 बागी उम्मीदवारों को निलंबित कर दिया है, जो महाविकास अघाडी (एमवीए) गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। इस कार्रवाई का उद्देश्य एमवीए गठबंधन की एकजुटता को बनाए रखना और अनुशासनहीनता पर सख्ती से लगाम लगाना है। महाविकास अघाडी में कांग्रेस के साथ शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं, जो महाराष्ट्र में एक प्रमुख राजनीतिक मोर्चा बना रहे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने बागी नेताओं पर सख्त कदम उठाते हुए 28 नेताओं को निलंबित कर दिया है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) ने रविवार को 21 उम्मीदवारों को निलंबित किया, और फिर देर रात सात और नेताओं पर यह कार्रवाई की। ये बागी नेता 22 निर्वाचन क्षेत्रों में महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। इस अनुशासनात्मक कार्रवाई का असर इन 22 सीटों पर चुनावी समीकरणों पर भी पड़ेगा, जहां कांग्रेस एमवीए गठबंधन के प्रति वफादारी बनाए रखने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस ने आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बागी नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए कई प्रमुख नेताओं को निलंबित कर दिया है। निलंबित नेताओं में पूर्व मंत्री राजेंद्र मुलक (रामटेक सीट), याज्ञवल्क जिचकर (कटोल सीट), कमल व्यवहारे (कसबा सीट), मनोज शिंदे (कोपरी पचपखाड़ी सीट), और आबा बागुल (पार्वती सीट) शामिल हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा है कि एमवीए के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले सभी नेताओं को छह साल के लिए निलंबित किया जाएगा।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होंगे, और इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति और महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच कड़ा मुकाबला है। महायुति गठबंधन में बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं, जबकि एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), और एनसीपी (शरद पवार गुट) हैं।