मैथिली ठाकुर की कमाई! विधायकी में मिलेंगे ₹1.43 लाख या गायकी से महीने के ₹80 लाख? जानें पूरा हिसाब

Bihar Election : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के बीच दरभंगा की अलीनगर सीट पर सबकी नजरें टिकी हैं। यहां से बीजेपी ने लोकप्रिय लोक गायिका मैथिली ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। चुनाव नतीजों के साथ ही यह बहस भी तेज हो गई है कि अगर मैथिली जीतती हैं, तो क्या विधायकी में उन्हें गायकी से ज्यादा पैसा मिलेगा?
मैथिली का मुकाबला आरजेडी के अनुभवी नेता बिनोद मिश्रा से है। शुरुआती रुझानों में एनडीए को बहुमत मिलता दिख रहा है, जिससे इस सीट पर भी मुकाबला दिलचस्प हो गया है। आइए जानते हैं कि कमाई के मामले में एक विधायक और एक टॉप सिंगर में कितना अंतर होता है।
गायकी से मैथिली ठाकुर की करोड़ों की कमाई
मैथिली ठाकुर आज संगीत की दुनिया का एक बड़ा नाम हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह देश-विदेश में हर महीने 12 से 15 स्टेज शो करती हैं। एक शो के लिए उनकी फीस 5 से 7 लाख रुपये तक होती है।
इस हिसाब से उनकी मासिक कमाई औसतन 60 से 80 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। सालाना यह आंकड़ा 7 से 9 करोड़ रुपये के बीच बैठता है। साफ है कि संगीत ने उन्हें न सिर्फ शोहरत दी, बल्कि आर्थिक रूप से भी बेहद मजबूत बनाया है।
विधायक बनने पर कितनी मिलेगी सैलरी?
बिहार में एक विधायक की कमाई उनकी गायकी की तुलना में काफी कम है। यहां एक विधायक को 50,000 रुपये की बेसिक सैलरी मिलती है। हालांकि, इसके साथ कई भत्ते भी जुड़ते हैं, जो कुल रकम को बढ़ा देते हैं।
विधायकों को मिलने वाले भत्तों में 55,000 रुपये का क्षेत्रीय भत्ता, 40,000 रुपये पर्सनल असिस्टेंट के लिए, 15,000 रुपये स्टेशनरी और 3,000 रुपये दैनिक बैठक भत्ता शामिल है। इन सबको मिलाकर एक विधायक की मासिक कमाई करीब 1.43 लाख रुपये हो जाती है।
वेतन से कहीं ज्यादा हैं सुविधाएं और पावर
विधायक पद की असली ताकत सैलरी नहीं, बल्कि इसके साथ मिलने वाली सुविधाएं और प्रभाव है। बिहार में एक विधायक को कई तरह की सहूलियतें मिलती हैं जो सीधे तौर पर पैसों से नहीं तौली जा सकतीं।
इन सुविधाओं में सालाना 4 लाख रुपये के रेल और हवाई यात्रा कूपन, गाड़ी खरीदने के लिए 25 लाख रुपये तक का लोन, और पूर्व विधायक बनने पर 45,000 रुपये की मासिक पेंशन शामिल है। इसके अलावा उन्हें सरकारी आवास, सुरक्षा, रियायती दरों पर बिजली-पानी और सरकारी अस्पतालों में विशेष इलाज की सुविधा भी मिलती है।
कमाई में गायकी आगे, लेकिन विधायकी क्यों?
आंकड़े साफ बताते हैं कि कमाई के मामले में मैथिली ठाकुर की गायकी एक विधायक की सैलरी और सुविधाओं से कई गुना आगे है। लेकिन राजनीति सिर्फ पैसे का खेल नहीं है। विधायक बनने का मतलब है सत्ता, प्रभाव और सीधे तौर पर जनता की सेवा करने का एक बड़ा प्लेटफॉर्म मिलना।

यह पद समाज में एक विशेष पहचान और ताकत देता है, जो करोड़ों रुपये की कमाई से अलग है। यही वजह है कि आर्थिक रूप से सफल होने के बावजूद कई लोग राजनीति में कदम रखते हैं।