गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 93 जवानों को वीरता पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी है। इन पुरस्कारों में 2 कीर्ति चक्र (एक मरणोपरांत) और 14 शौर्य चक्र (तीन मरणोपरांत) शामिल हैं।
मेजर मंजीत और दिलवर खान को मिला कीर्ति चक्र
कीर्ति चक्र, जो शांति के समय में असाधारण वीरता और साहस के लिए दिया जाता है, इस बार पंजाब रेजिमेंट के मेजर मंजीत और 28 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के दिलवर खान (मरणोपरांत) को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उनकी अदम्य बहादुरी और उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया है।
14 जवानों को शौर्य चक्र, 3 को मरणोपरांत सम्मान
14 शौर्य चक्र पुरस्कारों की घोषणा भी की गई, जिसमें 3 मरणोपरांत दिए जाएंगे। इन बहादुर सैनिकों में 1 पैरा एसएफ के सूबेदार विकास तोमर, 20 जाट रेजिमेंट के मोहन राम, डोगरा रेजिमेंट के हवलदार रोहित कुमार (मरणोपरांत), 9जीआर 32 आरआर के हवलदार प्रकाश तमांग, 50 आरआर के मेजर आशीष दहिया, 1आरआर के मेजर कुणाल, 4आरआर के मेजर सतेंद्र धनखड़, 48 आरआर के कैप्टन दीपक सिंह (मरणोपरांत), 4 असम राइफल्स के सहायक कमांडेंट एशेंथुंग किकोन, फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमन सिंह हंस, कॉर्पोरल दाभी संजय हिफ्फाबाई एस्सा, विजय एन कुट्टी जी (मरणोपरांत), डिप्टी कमांडेंट सीआरपीएफ विक्रांत कुमार और इंस्पेक्टर (जीडी) सीआरपीएफ जेफरी हिंगचुल्लो का नाम शामिल है।
आतंकवादियों के खात्मे पर मिला शौर्य चक्र
1 पैरा (विशेष बल) बटालियन के सूबेदार विकास तोमर को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के मछेड़ी सेक्टर में आतंकवादी को मार गिराने के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। यह ऑपरेशन बहादुरी और साहस की मिसाल बना।
कुल 93 वीरता पुरस्कार घोषित
इस गणतंत्र दिवस पर कुल 93 वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। इनमें 2 कीर्ति चक्र, 14 शौर्य चक्र के अलावा 1 सेना पदक, 66 सेना मेडल (सात मरणोपरांत), 2 नौसेना पदक (वीरता), और 8 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं। यह वीरता सम्मान हमारे जवानों की बहादुरी और राष्ट्र सेवा के प्रति समर्पण को सलाम है।