ममता सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप, अग्निमित्रा पॉल ने उठाए सवाल

ममता सरकार : भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ 33% मुस्लिम आबादी को ध्यान में रखकर फैसले लेती है। उन्होंने यह भी कहा कि 2026 में राज्य में भाजपा की सरकार बनेगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो राज्य को मुस्लिम मुख्यमंत्री मिल सकता है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को इस स्थिति के बारे में समझना चाहिए और जागरूक होना जरूरी है ताकि राज्य का भविष्य सही दिशा में जा सके।

ममता बनर्जी पर तीखा हमला

भाजपा नेता अग्निमित्रा पॉल ने ममता बनर्जी पर संकट की घड़ियों में पक्षपात का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद और बड़ा बाजार की घटनाओं में देर से पहुंचीं, जबकि खिदिरपुर, जो अल्पसंख्यक क्षेत्र है, वहां आग लगने के कुछ घंटे बाद ही पहुंच गईं। पॉल ने इसे पक्षपातपूर्ण रवैया बताया और सवाल खड़े किए। पॉल ने ममता बनर्जी पर मुसलमानों को ज्यादा अहमियत देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ममता बनर्जी जिस तरह से मुसलमानों को खुश करने की राजनीति कर रही हैं, वह अब बर्दाश्त से बाहर है। बंगाल के हिंदू और देशभक्त मुसलमान अगर जल्दी यह समझ जाएं, तो यह राज्य के भविष्य के लिए अच्छा होगा।

ममता ने खिदिरपुर में व्यापारियों से की मुलाकात

सोमवार को सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता के खिदिरपुर थोक बाजार का दौरा किया, जहां रविवार रात आग लग गई थी। उन्होंने कहा कि बाजार को वैज्ञानिक तरीके से दोबारा बनाया जाएगा और सुरक्षा के इंतजाम होंगे। जिनकी दुकानें पूरी तरह जली हैं उन्हें एक लाख रुपये और नई दुकान मिलेगी, जबकि आंशिक रूप से जली दुकानों वालों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। जांच कराई जाएगी कि आग कैसे लगी।

मुस्लिम तुष्टिकरण के मुद्दे पर ममता बनर्जी निशाने पर

ममता बनर्जी की सरकार 2010 के बाद मुसलमानों को दिए गए ओबीसी प्रमाणपत्रों को लेकर विवादों में रही है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने इन प्रमाणपत्रों को रद्द कर दिया, जिसे ममता बनर्जी ने गलत बताया और इसके खिलाफ लड़ने की बात कही। उनकी सरकार ने 30,000 इमामों को हर महीने 2,500 रुपये देने और घर के लिए जमीन देने की योजना शुरू की, जिसे विपक्ष तुष्टिकरण मानता है।