पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर बवंडर मच गया है! ममता बनर्जी की अगुवाई वाली सरकार पर विपक्ष का हमला और तेज हो गया है। बीजेपी के फायरब्रांड नेता दिलीप घोष ने सीएम ममता बनर्जी पर तीखा वार करते हुए कहा है कि राज्य में अब हालात काबू से बाहर हो चुके हैं। दिलीप घोष ने साफ कहा – “ममता अब तक की सबसे नाकाम मुख्यमंत्री हैं!”
घोष ने ममता सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। उनका कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है, और सरकार मूकदर्शक बनी बैठी है। “हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही, और पुलिस? वो तो जैसे गायब ही हो गई है!” घोष ने सवाल दागा – जब लोग मारे जा रहे हैं, घर जला दिए जा रहे हैं, तब पुलिस कहां है?
मिथुन चक्रवर्ती की मांग को मिला समर्थन
बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती की राष्ट्रपति शासन की मांग को दिलीप घोष ने खुलकर समर्थन दे दिया है। घोष बोले – “मिथुन जी की बात से मैं पूरी तरह सहमत हूं।
अब वक्त आ गया है कि राज्य में सेना उतारी जाए और राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”
“अब और नहीं चलेगा ममता राज” – घोष का कड़ा संदेश
दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सत्ता में बने रहने के लिए गुंडों और हथियारों का सहारा ले रही हैं। उनका कहना है कि ममता अपने हर फेलियर का ठीकरा दूसरों पर फोड़ देती हैं और खुद कभी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेतीं। “राज्य की हालत दिन-ब-दिन बदतर हो रही है। लोग घर छोड़कर भागने को मजबूर हैं। और सरकार? बस कुर्सी बचाने में लगी है!” घोष ने कहा कि अगर यही हालात रहे तो बंगाल का भविष्य अंधकार में है।
“बीजेपी-आरएसएस कर रहे हैं मदद, सरकार बेपरवाह!”
घोष का दावा है कि बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर लोगों की मदद कर रहे हैं – बेघर लोगों के लिए खाने-रहने का इंतज़ाम कर रहे हैं, जबकि सरकार ने आंखें मूंद रखी हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार मीडिया को हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने से रोक रही है।”आख़िर क्या छुपाना चाहती है ममता सरकार?” भाजपा नेता ने राष्ट्रपति शासन लगा कर बंगाल की स्थिति को काबू करने को कहा है।