महामंडलेश्वर विवाद पर ममता कुलकर्णी ने तोड़ी चुप्पी! ये मेरी नहीं भगवान की मर्जी……..

Mamta Kulkarni : महांकुभ मेले में सूर्खियो में आई बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने महाकुंभ मेले में प्रयागराज किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर के पद से इस्तिफा दे दिया था। महामंडलेश्वर पद ग्रहण करते ही ममता कुलकर्णी काफी विवादो में घिरती नजर आई।

ममता ने कहा ये भगवान के हाथो में…..

हालाकि महामंडलेश्वर की उपाधि से इस्तीफा देने के बाद ममता कुलकर्णी ने बताया कि इस्तीफा देने के बाद भी वह एक साध्वी के रूप में अपना आध्यात्मिक मार्ग जारी रखेगी। ममता ने ये फैसला आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास के बीच ममता को महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान किए जाने के बाद हुए विवाद के बाद लिया था।

हाल ही में ममता कुलकर्णी ने महामंडलेश्वर विवाद को लेकर जो बयान दिया, वो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार हुआ है जब ममता ने महामंडलेश्वर विवाद को लेकर चुप्पी तोड़ी है।एएनआई से बात करते हुए ममता ने कहा कि “उस महाकुंभ में महामंडलेश्वर बनना मेरे लिए भगवान के हाथों में था। जो 140 वर्षों मे सबसे पवित्र अवसर था। ममता ने कहा भगवान में मुझे मेरी 25 साल की तपस्या का फल दिया, तो ऐसा हुआ।”

आपको बता दें कि ममता कुलकर्णी ने आध्यत्मिक यात्रा शुरू करने के बाद सांसारिक जीवन छोड़ दिया। जिसके बाद उन्हें एक नया नाम श्री यमई ममता नंदगिरी मिला। बता दें  कि ये नाम उन्हे महाकुंभ मेले के दौरान महामंडलेश्वर नियुक्त करने के दौरान मिला था।