स्वतंत्र समय, इम्फाल
मणिपुर ( Manipur ) में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन छात्रों का हिंसक प्रदर्शन जारी है। राजभवन की तरफ मार्च कर रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षाबलों से झड़प हो गई। छात्रों ने सुरक्षाबलों पर पथराव किया और गुलेल से छर्रे मारे। इसके बाद प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए।
Manipur में केंद्र भेजेगा 2000 सीआरपीएफ जवान
मी़डिया सूत्रों के अनुसार हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र ने मंगलवार को मणिपुर ( Manipur ) में 2,000 और सीआरपीएफ जवान भेजने का फैसला किया है। 9 सितंबर को भी स्टूडेंट्स ने राजभवन पर पत्थरबाजी की थी, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट्स दागी थीं। 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। 9 सितंबर की रात मैतेई समुदाय की महिलाओं ने ड्रोन हमलों के विरोध में मशाल जुलूस निकाला था। राजभवन और मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन किया था। प्रशासन ने इंफाल ईस्ट और इंफाल वेस्ट में कर्फ्यू लगा दिया है। राज्य में 15 सितंबर की शाम 3 बजे तक इंटरनेट बैन कर दिया गया है। छात्रों का नेतृत्व कर रहे एम सनाथोई चानू ने बताया- हमने डीजीपी, राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग की है। सीआरपीएफ के पूर्व डीजी कुलदीप सिंह के नेतृत्व में बनी यूनिफाइड कमांड राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है।