वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों की चाल और उनकी युति (Conjunction) मानव जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। जब दो ग्रह एक ही राशि में भ्रमण करते हैं, तो इसे युति कहा जाता है। हाल ही में मकर राशि में एक ऐसा ही महत्वपूर्ण ग्रहीय संयोग बना है। ग्रहों के सेनापति मंगल और राजकुमार बुध, दोनों ही इस समय मकर राशि में विराजमान हैं।
ज्योतिषीय गणनाओं के मुताबिक, मंगल अपनी उच्च राशि मकर में पहले से ही मौजूद हैं। वहीं, बुध ग्रह ने भी कुछ समय पूर्व मकर राशि में प्रवेश किया है। इन दोनों ग्रहों का मिलन कुछ विशेष राशियों के लिए अत्यंत शुभ माना जा रहा है। इस संयोग से तीन राशियां ऐसी हैं, जिन्हें करियर और आर्थिक मोर्चे पर बड़ी सफलता मिलने की संभावना है।
मेष राशि: करियर में मिलेगी नई उड़ान
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल और बुध की यह युति दशम भाव में बन रही है। ज्योतिष में दशम भाव को कर्म और करियर का स्थान माना जाता है। इस कारण, नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं।
व्यापारियों के लिए भी यह समय अनुकूल है। अच्छे मुनाफे के संकेत मिल रहे हैं। इसके अलावा, पैतृक संपत्ति से जुड़े मामलों में लाभ होने की संभावना है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
वृषभ राशि: भाग्य का मिलेगा पूरा साथ
वृषभ राशि वालों के लिए यह संयोग नवम भाव में बन रहा है। नवम भाव को भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान माना जाता है। इस अवधि में किस्मत का पूरा सहयोग मिलने के आसार हैं। जो लोग विदेश जाकर पढ़ाई या नौकरी करने का सपना देख रहे हैं, उनकी मुराद पूरी हो सकती है।
धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और घर में मांगलिक कार्यक्रमों का आयोजन हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह समय सफलता दिलाने वाला साबित हो सकता है।
मकर राशि: आत्मविश्वास में होगी वृद्धि
चूंकि यह युति मकर राशि के लग्न भाव में ही बन रही है, इसलिए इसका सबसे अधिक प्रभाव इसी राशि के जातकों पर देखने को मिलेगा। लग्न भाव व्यक्तित्व और आत्मविश्वास का प्रतीक है। इस दौरान मकर राशि के लोगों के आत्मविश्वास में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी।
कार्यस्थल पर आपकी कार्यशैली में निखार आएगा, जिससे अधिकारी वर्ग प्रसन्न रहेगा। जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी और अविवाहित लोगों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। समाज में मान-सम्मान बढ़ने के भी प्रबल योग हैं।
ज्योतिष शास्त्र में मंगल को ऊर्जा, साहस और पराक्रम का कारक माना जाता है, जबकि बुध बुद्धि, व्यापार और वाणी का कारक है। जब ये दोनों ग्रह एक साथ आते हैं, तो व्यक्ति अपनी बुद्धि और साहस के बल पर कठिन कार्यों को भी आसानी से पूरा कर लेता है। मकर राशि में यह संयोग विशेष रूप से फलदायी माना जा रहा है।