हैदराबाद के ऐतिहासिक और व्यस्ततम इलाके चारमीनार के पास रविवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब गुलजार हाउस क्षेत्र की एक तीन मंजिला इमारत अचानक धधक उठी। आग इतनी भयावह थी कि चंद ही मिनटों में इमारत धुएं और लपटों में घिर गई। इस हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
आभूषण की दुकान में लगी थी आग
अधिकारियों के अनुसार, आग का स्रोत इमारत के भूतल पर स्थित एक आभूषण की दुकान थी। दुकान में लगी आग ने तेजी से ऊपरी मंजिलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि अधिकतर मौतें दम घुटने से हुईं, जबकि कुछ लोग आग से गंभीर रूप से झुलस गए है।
11 दमकल गाड़ियां लगीं आग बुझाने में
घटना की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 11 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू कर दी। अधिकारियों का कहना है कि सूचना मिलते ही 15 मिनट के भीतर ही राहत दल मौके पर पहुंच गया था, जबकि कुछ नेताओं ने इसपर सवाल भी उठाए हैं।
पीएम मोदी ने जताया गहरा शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर गहरा शोक जताते हुए कहा, “हैदराबाद की आग की घटना से बेहद दुखी हूं। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।” पीएमओ की ओर से घोषणा की गई कि मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
कई नेताओं ने जताई अपनी संवेदनाएं
भारत राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने ट्वीट कर कहा, “गुलजार हाउस की घटना स्तब्ध कर देने वाली है। पीड़ित परिवारों के लिए मेरी संवेदनाएं हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।” वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने दमकल विभाग की प्रतिक्रिया समय को लेकर सवाल खड़े किए। हालांकि अग्निशमन अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि टीम ने तेजी से कार्रवाई की।