22 करोड़ की वसूली के लिए Mayor सहित अन्य पार्षदों ने की भूख हड़ताल

स्वतंत्र समय, मुरैना

मुरैना महापौर (Mayor) नेता प्रतिपक्ष सहित सभी दलों के पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर सोमवार से बैठे थे। नगर पालिक निगम मुरैना की छोंदा स्थित जमीन पर विगत 9 वर्षों से एनएचएआई द्वारा 61,000 वर्ग फुट भूमि का उपयोग कर उसका बकाया 22 करोड़ 64 लाख 21,365 रुपया नहीं दिए जाने के चलते महापौर नेता प्रतिपक्ष सहित सभी दलों के पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर सोमवार से बैठे थे और बुधवार को यह धरना भूख हड़ताल में तब्दील हो गया। महापौर एवं सभी पार्षदों की मांग है कि निगम का पूरा भुगतान एवं दो अन्य बिंदुओं का निराकरण नहीं होता, तब तक वह हड़ताल पर बैठे रहेंगे।

Mayor सहित पार्षदों का अनिश्चितकालीन धरना

बुधवार की सुबह 10:00 बजे छोंदा स्थित टोल प्लाजा पर नगर निगम मुरैना की महापौर (Mayor) श्रीमती शारदा सोलंकी, नेता प्रतिपक्ष बदनसिंह यादव सहित एमआईसी के सदस्य एवं सभी दलों के पार्षदों ने अनिश्चितकालीन धरना समाप्त करते हुए भूख हड़ताल शुरू कर दी। इस दौरान महापौर ने कहा कि जब तक हमारा रुपया हमें नहीं मिलता और लिखित में आश्वासन नहीं दिया जाएगा, तब तक यह भूख हड़ताल जारी रहेगी। इधर नेता प्रतिपक्ष बदन सिंह यादव ने कहा कि एनएचएआई द्वारा पिछले 9 वर्ष से 61,000 वर्ग फुट जमीन पर टोल प्लाजा चलाया जा रहा था, लेकिन जब बुधवार को इसकी नाप कराई गई तो पता चला कि टोल प्लाजा प्रबंधन द्वारा एक लाख 22 हजार वर्ग फुट जमीन का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बुधवार को एनएचएआई के कुछ अधिकारी आए थे जिसमें दो अधिकारी दिल्ली से आए हुए थे, जिनके द्वारा एक माह का समय मांगा जा रहा था। हमारा कहना है कि टोल प्लाजा द्वारा 9 वर्ष में रुपया नहीं दिया गया है तो 1 महीने में कहां से देंगे। निगम के महापौर एवं पार्षद 3 दिन में पुराना हिसाब क्लियर करने की बात कर रहे थे, वहीं नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि एनएचएआई के अधिकारी कलेक्टर या एडीएम के बीच में लिखित में बात करते हैं तो हम मानने के लिए तैयार हैं। उनकी यह भी मांग है कि सुबालाल का पुरा मार्ग पर टोल प्लाजा द्वारा पिछले 9 वर्ष से लोकल के लोगों से अवैध वसूली की गई है, उसे पेनल्टी सहित वापस किया जाए तथा जो भी जमीन का उपयोग हो रहा है, उसकेा नए सिरे से कागज तैयार किये जाए। इस संबंध में एनएचएआई के एक अधिकारी ने कहा कि हमने एक माह का समय मांगा है और जो उनके बिंदु है, उनका भी निराकरण किया जाएगा। यह टोल प्लाजा भारत सरकार की संपत्ति है तथा भारत सरकार को ही यह रुपया देना है।

Mayor-पार्षद एवं एडीएम के बीचहुई तीखी तकरार

बुधवार की शाम टोल प्लाजा पर भूख हड़ताल पर बैठे नगर निगम महापौर ( Mayor) एवं सभी पार्षदों के बीच टोल प्लाजा के अधिकारियों से मामले का हल निकलवाने के लिए पहुंचे एडीएम सी बी प्रसाद की पार्षद डॉ योगेंद्र मावई एवं रमेश उपाध्याय से काफी बहस हो गई। एडीएम ने कहा कि मेरे पास ज्यादा समय नहीं है, आप शॉर्ट में कुछ बिंदु लिखकर दीजिए। इधर पार्षद समय देने के लिए कह रहे थे, तब एडीएम ने कहा कि मेरे लिए निर्वाचन का काम पहले है और पार्षदों को चिल्लाता हुआ छोडक़र अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गए, उनके जाते ही पार्षद काफी देर तक प्रशासनिक अधिकारी को कोसते रहे।