महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने महापौर सभाकक्ष में शहर में चल रहे अमृत प्रोजेक्ट, नमामि गंगे प्रोजेक्ट, एसटीपी प्लांट, सीवरेज और जलप्रदाय से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में जलकार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलु, अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया, कार्यपालन यंत्री अश्विन जनवदे, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, आकाश जैन सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
शहर में चल रहे जलप्रदाय और सीवरेज प्रोजेक्ट पर गहन समीक्षा
बैठक में महापौर ने शहर के जलप्रदाय और सीवरेज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए चल रहे कार्यों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा की। निर्देश दिए गए कि सभी प्रोजेक्ट तय समयसीमा में और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरे हों, ताकि नागरिकों को मजबूत और स्थायी सुविधाएँ मिल सकें।
एसटीपी और सीवरेज लाइन के प्रमुख कार्यों को मिली प्राथमिकता
समीक्षा के दौरान सिरपुर तालाब के पास एसबीआर तकनीक पर आधारित 20 एमएलडी एसटीपी निर्माण, भागीरथपुरा से निरंजनपुर तक कान्ह नदी किनारे लगी पुरानी सीवर लाइन, तथा बाणगंगा ब्रिज के नीचे प्राइमरी सीवरेज लाइन के नए एलाइनमेंट जैसे कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश जारी किए गए। इसके साथ ही टिगरिया बादशाह, कनाडिया और अन्य क्षेत्रों में एसटीपी निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता देने को कहा गया।
तालाबों के संरक्षण और सौंदर्यीकरण पर विशेष जोर
बिलावली, लिम्बोदी, छोटा सिरपुर और भौरासला तालाबों के संरक्षण, गहरीकरण, जलभराव रोकथाम और सौंदर्यीकरण से जुड़ी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। महापौर ने तालाबों के संवर्धन को वर्षा जल संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया और संबंधित टीम को कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
कान्ह–सरस्वती नदी क्षेत्र में सुधार कार्यों की दिशा तय
अहिल्या आश्रम के पास कान्ह–सरस्वती नदी क्षेत्र में प्रवाह सुधार, सफाई और संरचनात्मक मजबूती के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए। छोटा बांगड़दा से लक्ष्मीबाई प्रतिमा तक सेकेंडरी सीवर लाइन बिछाने में आ रही बाधाओं को दूर कर कार्य तेज करने के आदेश भी दिए गए। कनाडिया तालाब के जीर्णोद्धार तथा उसकी संरचना को मजबूत करने और जल क्षमता बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
स्टॉप डेम निर्माण और अमृत प्रोजेक्ट के कार्यों को मिली गति
स्वामी दयानंद नगर पुलिया के पास सरस्वती नदी पर तथा पंचकुईया मंदिर के निकट पिलियाखाल नाले पर स्टॉप डेम निर्माण कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। साथ ही अमृत प्रोजेक्ट के तहत प्राइमरी सीवरेज लाइन, पेयजल टंकी और अन्य जलप्रदाय से जुड़े कार्यों की प्रगति रिपोर्ट लेकर उनकी गुणवत्ता और कार्यगति बढ़ाने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए गए।