‘मीडिया श्रीदेवी को बेवकूफ समझते थे, मैं इसे मानने से इंकार करती हूँ’: Poonam Dhillon

Poonam Dhillon: हिंदी सिनेमा की दुनिया में कुछ नाम ऐसे हैं जो समय की सीमाओं को पार कर अमर हो जाते हैं। श्रीदेवी, जिन्हें भारतीय सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार के रूप में जाना जाता है, ऐसी ही एक शख्सियत थीं। उनकी अभिनय कला, उनकी खूबसूरती और उनकी स्क्रीन उपस्थिति ने लाखों दिलों को जीता। लेकिन, उनके जीवन और करियर के दौरान, मीडिया ने अक्सर उनके बारे में ऐसी बातें लिखीं जो उनकी प्रतिभा और बुद्धिमत्ता को कमतर आंकती थीं। हाल ही में, अनुभवी अभिनेत्री पूनम ढिल्लन ने एक साक्षात्कार में श्रीदेवी के बारे में बात करते हुए कहा, “मीडिया श्रीदेवी को मूर्ख लिखता था, मैं इसे मानने से इंकार करती हूँ।” यह बयान न केवल श्रीदेवी की छवि पर प्रकाश डालता है, बल्कि मीडिया की भूमिका और उसकी ज़िम्मेदारी पर भी सवाल उठाता है।

Poonam Dhillon का दृष्टिकोण

पूनम ढिल्लन ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि श्रीदेवी की चुप्पी और सादगी को गलत समझा गया। उन्होंने कहा, “श्रीदेवी अपनी कला से बात करती थीं। वह स्क्रीन पर जो जादू बिखेरती थीं, वह उनकी बुद्धिमत्ता और संवेदनशीलता का प्रमाण था।” पूनम का मानना है कि श्रीदेवी की सफलता का राज उनकी मेहनत, समर्पण और किरदारों को गहराई से समझने की क्षमता थी।

पूनम का यह बयान हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या मीडिया ने श्रीदेवी के साथ न्याय किया? क्या उनकी सादगी को उनकी कमजोरी के रूप में प्रस्तुत करना उचित था? यह सवाल न केवल श्रीदेवी के लिए, बल्कि उन सभी कलाकारों के लिए प्रासंगिक है जिन्हें मीडिया ने उनकी छवि के आधार पर गलत तरीके से आंका।

पूनम ढिल्लन का यह बयान हमें यह याद दिलाता है कि किसी की छवि को केवल मीडिया की नजर से नहीं देखना चाहिए। श्रीदेवी की तरह, कई कलाकार अपनी कला और काम के प्रति समर्पण के कारण अमर हो जाते हैं, न कि मीडिया की सुर्खियों के कारण।