शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर। एडीआर सेंटर में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं मुख्य मीडिएशन मॉनीटरिंग कमेटी उच्च न्यायालय जबलपुर के निर्देशानुसार प्रशिक्षित मध्यस्थ अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं अन्य अधिवक्ताओं तथा न्यायाधीशों का एक दिवस मध्यस्थता जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ एडीआर सेंटर के सभाकक्ष में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पवन शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया।रिसोर्स पर्सन शाहिद मोहम्मद, जबलपुर द्वारा प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में अधिवक्ताओं एवं सामाजिक कार्यक्रर्ताओं को मध्यस्थता, प्रिलिटिगेशन मध्यस्थता एवं सामुदायिक मध्यस्थता की प्रक्रिया एवं मध्यस्थत के लाभ मध्यस्थता प्रक्रिया में आने वाली बाधाएं एवं समस्याओं का निराकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
साथ ही मध्यस्थता के माध्यम से अधिक से अधिक प्रकरण के निरकारण एवं प्रचार-प्रसार के बारे में भी प्रशिक्षित किया गया।प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में समस्त न्यायाधीशों को प्रकरण को रैफर करने एवं, रैफरल न्यायाधीश की भूमिका एवं प्रक्रिया, रैफरल आदेश, चैक लिस्ट, गाईड लाईन के बारे में बताया गया।
न्यायाधीशों द्वारा मध्यस्थ अधिवक्ताओं को अधिक से अधिक मध्यस्थता प्रक्रिया के प्रयेाग के बारे में प्रेरित करना, प्रति माह मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना एवं प्रभावी रूप से मीडिएशन मॉनिटरिंग कमेटी का आयोजित करने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी जाकर प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सचिव डॉ लखनलाल गोस्वामी, बार अध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव उपस्थित रहे।आभार जिला विधिक सहायता अधिकारी बृजेश पटेल ने व्यक्त किया।