मुख्य चिकित्सा एवं व्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान हर साल की तरह इस साल भी 23 जून से 25 जून 2024 तक आयोजित होगा। जिसमें जिला धार में 2546 टीकाकर्मी दल, 425 सुपरवाईजर के साथ लगभग 6000 कर्मचारी एवं सहयोगी व्यक्तियों के साथ यह अभियान चलाएंगे। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया है कि पहले दिन 23 जून 2024 को इस अभियान में 0 से 5 साल तक के बच्चों को ‘‘2 बूंद जिदंगी की’’ पोलियो दवा ज़रूर पिलाएं। हम सभी के सहयोग से भारत में इस गंभीर बीमारी से सुरक्षा निश्चित हो जाएगी और एक स्वस्थ्य भारत का निर्माण किये जाने का संकल्प साकार होगा।
उन्होंने कहा कि जैसा कि हम सभी को पता है पोलियो एक गंभीर बीमारी है जो बहुत से बच्चों की मृत्यु एवं दिव्यांगता का कारण बनती है जिसमें शरीर में अचानक शिथिलता, लुजपुंज एवं लकवा होता है हालांकि पोलियो के केस 2011 से भारत नहीं मिले है इसके बावजूद पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान आदि देशों में इसके केस मिल रहे है जिनकी संख्या पहले से बढ़ी है। सीमावर्ती देशों में हो रहे इन केसों से भारत देश में इसके बढ़ने की संभावना है इस स्थिति में विद्यमान चुनौती को देखते हुए नियमित टीकाकरण में जन्म के तुरंत बाद 24 घण्टे में ओरल पोलियो की दवा के साथ शिशु के पहले वर्ष 05 खुराक एवं नियमित पल्स पोलियों अभियान में 05 वर्ष की आयु तक पोलियो की दवा 10 या 10 से अधिक दी जाती है। पल्स पोलियो अभियान हर साल की तरह इस साल भी 23 जून से 25 जून 2024 तक आयोजित होगा।