Sheopur News : मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में मिड-डे मील योजना को लेकर बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। जिले के विजयपुर विकासखंड के हुल्लपुर माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को थाली या प्लेट की जगह रद्दी कागज पर खाना परोसा गया। यह शर्मनाक हरकत विद्यालय के स्वयं सहायता समूह के कर्मचारियों ने सिर्फ इसलिए की ताकि उन्हें बर्तन न धोने पड़ें।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि बच्चे जमीन पर बैठे है और वे रद्दी पेपर जमीन पर रखकर खाना खा रहे है। शासकीय विद्यालय में बच्चों के साथ इतनी बड़ी लापरवाही, वह भी भोजन परोसने वाले ही कर रहे है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस वीडियो पर बच्चों के लिए रद्दी पेपर पर खाना देखकर शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधन की कड़ी आलोचना कर रहे है।
कलेक्टर अर्पित वर्मा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच में विद्यालय प्रबंधन और भोजन तैयार करने वाले स्वयं सहायता समूह की भारी लापरवाही पाई गई। जिसके बाद स्कूल प्रभारी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया, जबकि स्वयं सहायता समूह का अनुबंध रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा दो अन्य शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
वहीं इस बड़ी लापरवाही में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरिशंकर गर्ग की रिपोर्ट में बताया गया कि संबंधित स्वयं सहायता समूह में पांच महिलाएं कार्यरत थीं, जिनमें से दो उस दिन अनुपस्थित थीं। शेष तीन महिलाओं ने बर्तन धोने से बचने के लिए बच्चों को सीधे रद्दी कागज पर भोजन परोस दिया। वायरल वीडियो में बच्चे जमीन पर बैठे कागजों पर चावल और सब्जी खाते हुए नजर आ रहे हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी एमएल गर्ग ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि स्कूल स्टाफ और समूह दोनों ने मिड-डे मील योजना के नियमों का उल्लंघन किया है। कलेक्टर वर्मा ने सभी स्कूलों और आंगनवाड़ियों में भोजन वितरण की सख्त निगरानी के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि मिड-डे मील योजना का उद्देश्य बच्चों को पौष्टिक भोजन देना है, ऐसे में इस तरह की लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
ये मामला न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जमीनी स्तर पर सरकारी योजनाओं की निगरानी कितनी कमजोर है। अब प्रशासन ने जिलेभर में सभी विद्यालयों में निरीक्षण अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।