Middle East Crises: इजरायल ने ईरान के हेडक्वाटर को बनाया निशाना; आठवें दिन कैसा है ईरान का हाल?

Middle East Crises: इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष आठवें दिन में प्रवेश कर गया। इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उन्होंने तेहरान की ‘विशेष आंतरिक सुरक्षा इकाई’ और ‘आंतरिक सुरक्षा मुख्यालय’ को निशाना बनाया। इजराइली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने खुफिया शाखा के निर्देशन में ये हमले किए। ये सुरक्षा इकाइयां ईरानी शासन की सैन्य संरचना का अहम हिस्सा हैं। IDF ने कहा कि हमले सटीक खुफिया जानकारी पर आधारित थे।

ईरान की नई मिसाइल चुनौती

IDF के अनुसार, ईरान ने कई वारहेड वाली मिसाइलें तैनात की हैं, जो इजराइल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली के लिए चुनौती हैं। इन मिसाइलों को रोकना एकल-वारहेड मिसाइलों की तुलना में जटिल है। यह स्थिति इजराइली रक्षा की क्षमता को परख रही है। ईरान के इस कदम ने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। वाशिंगटन स्थित ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स ने बताया कि इजराइली हमलों में ईरान में 657 लोगों की मौत और 2,037 लोग घायल हुए हैं। इनमें 263 नागरिक और 154 सुरक्षा कर्मी शामिल हैं। तेहरान में भारी तबाही के बाद कई निवासियों ने शहर छोड़ दिया। सड़कें खाली हैं, दुकानें बंद हैं, और बचे हुए लोग घरों में रहना पसंद कर रहे हैं।

तेहरान में असामान्य शांति

शुक्रवार को तेहरान में असामान्य शांति थी। इज़राइली हवाई हमलों के बाद शहर का माहौल तनावपूर्ण है। यातायात न्यूनतम है, और अधिकांश निवासी डर के कारण घरों से बाहर नहीं निकल रहे। पिछले सप्ताह शुरू हुए हमलों ने शहर को सुनसान कर दिया। ईरान की राजधानी में सामान्य जनजीवन ठप हो गया है।

ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक इज़राइल हमले जारी रखेगा, वे किसी से बातचीत नहीं करेंगे। ईरान ने इज़राइल के खिलाफ जवाबी मिसाइल हमले किए, जिनमें तेल अवीव और बीरशेबा के सोरोका मेडिकल सेंटर को नुकसान पहुंचा। दोनों देशों के बीच यह युद्ध क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा बन रहा है।