मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की फिसली जुबान या सियासी इशारा, मेयर पुष्यमित्र भार्गव को बताया विधायक

इंदौर के रविंद्र नाट्य गृह में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान 2.0 के शुभारंभ कार्यक्रम में एक अनोखी राजनीतिक गहमागहमी देखने को मिली। इस कार्यक्रम में जल संरक्षण को लेकर नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की गई, लेकिन सबसे अधिक चर्चा में रहे प्रदेश सरकार में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के मंच से दिए गए बयान, जिन्होंने महापौर पुष्यमित्र भार्गव को बार-बार “विधायक” कहकर संबोधित कर दिया।

उन्होंने पुष्यमित्र को “टेक्नोफ्रेंड विधायक”, “विजनरी विधायक” और “लोकप्रिय विधायक” जैसे विशेषणों से नवाजा, जिससे कार्यक्रम में उपस्थित लोग चौंक गए। इस टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में कई संभावनाओं को जन्म दे दिया और चर्चाओं को हवा दे दी।

जल संरक्षण को लेकर बड़े संकल्प

कार्यक्रम की शुरुआत जल संरक्षण पर आधारित एक एंथम “बचाओ बहाओ न जल…” से हुई, जिसमें प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना रागिनी मक्कर ने प्रस्तुति दी। इसके बाद नगर निगम द्वारा जल संरक्षण पर किए गए कार्यों को दर्शाने वाली डॉक्यूमेंट्री प्रस्तुत की गई। मंत्री विजयवर्गीय ने इंदौर को देश के लिए एक आदर्श शहर बताया और जल संरक्षण में सक्रिय योगदान देने वालों को प्रोत्साहन तथा लापरवाह लोगों पर जुर्माने का सुझाव दिया। उन्होंने पार्षदों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने वार्ड में कम से कम 500 वर्षा जल संग्रहण प्रणालियाँ लगवाने का संकल्प लें।

तालाब और कुएं – इंदौर की सांस्कृतिक विरासत

मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शहर के तालाबों, बावड़ियों और कुओं को इंदौर की सांस्कृतिक धरोहर बताया और उनके संरक्षण व जीर्णोद्धार की आवश्यकता पर बल दिया। वहीं, महापौर भार्गव ने शहर को जल संरक्षण में भी देश में अग्रणी बनाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि 300वीं अहिल्या शताब्दी के अवसर पर 300 रिचार्ज शाफ्ट लगाए जाएंगे और यह कार्य जनभागीदारी से ही संभव हो सकेगा।

जनसहयोग से जल संकट से निपटने की तैयारी

नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा ने जानकारी दी कि इंदौर में 411 कुओं को पुनर्जीवित करने का कार्य शुरू हो चुका है और हाइड्रोलॉजिकल सर्वे के माध्यम से नदियों में जल आवक सुनिश्चित की जाएगी। जल कार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा बबलू ने बताया कि बीते तीन वर्षों में 15 तालाबों का गहरीकरण और बावड़ियों की सफाई की गई है। भाजपा नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा ने जल संरक्षण को राष्ट्र निर्माण का आवश्यक तत्व बताया और प्रधानमंत्री के जल संरक्षण से जुड़े विचारों को दोहराया।

अभियान की मुख्य घोषणाएं और लक्ष्य

  • अहिल्या शताब्दी वर्ष में 300 रिचार्ज शाफ्ट लगाने का लक्ष्य।
  • 411 कुओं का पुनर्जीवन और हाइड्रोलॉजिकल सर्वे।
  • 15 तालाबों का गहरीकरण और चैनल सफाई कार्य पूर्ण।
  • जनसहयोग पर आधारित संरचना – जनता, प्रतिनिधि और संस्थाएं मिलकर काम करेंगी।
  • टैक्स में छूट और लापरवाही पर जुर्माना जैसे दंड और पुरस्कार की नीति लागू करने की योजना।

मीडिया से बातचीत में तीखा जवाब

कार्यक्रम के पश्चात मीडिया से बातचीत करते हुए विजयवर्गीय ने विंग कमांडर व्योमिका सिंह पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर पूछे गए सवाल पर तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वे मूर्खतापूर्ण प्रश्नों का उत्तर नहीं देते और इस प्रकार की टिप्पणियों को देश को भ्रमित करने की कोशिश बताया। विजय शाह से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया पर उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार कोर्ट के हर निर्णय का सम्मान करती है और पालन करती रहेगी।