स्वतंत्र समय, भोपाल/ आलीराजपुर
विभाग छिनने से नाराज मंत्री नागर सिंह चौहान ( Nagar Singh Chauhan ) ने इस्तीफा देने की बात कही। उन्होंने सोमवार को मीडिया से कहा-मैं इस्तीफा दे दूंगा, क्योंकि मंत्री रहते हुए आदिवासी हितों की रक्षा नहीं कर पा रहा हूं। मंत्री पद की शपथ लेने के 13 दिन रविवार को रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरण विभाग सौंपा गया। इस विभाग का जिम्मा मंत्री नागर सिंह चौहान के पास था। अब उनके पास अनुसूचित जाति कल्याण ही रह गया है। बताया जा रहा है कि नागर सिंह इस बात से नाराज हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में नागर की पत्नी अनीता सिंह चौहान रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गई हैं।
Nagar Singh Chauhan बोले- पद ले लेने के बाद विकास नहीं कर पाऊंगा
नागर सिंह ( Nagar Singh Chauhan ) ने मीडिया से बातचीत में कहा- अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, धार, खरगोन के आदिवासी भाइयों ने मुझ पर बहुत भरोसा जताया है कि मैं उनके लिए विकास करूंगा, लेकिन सरकार द्वारा मेरे मुख्य पद ले लेने के बाद मैं विकास नहीं कर पाऊंगा। उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाऊंगा। उन्होंने कहा- मेरे बिना मांगे मुझे तीन-तीन विभाग दिए गए थे, जबकि मैंने आदिवासी होने के नाते आदिवासी विभाग मांगा था। इसके बावजूद कांग्रेस से आए कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें पद दिए जा रहे हैं, जो कहीं न कहीं गलत है। मेरे विभाग ले लेने के बाद अब मंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं रहता है।