मध्यप्रदेश सरकार की ऐतिहासिक कैबिनेट बैठक मंगलवार को इंदौर के राजवाड़ा में आयोजित की गई, जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक शुरू हुई। इस खास मौके पर सभी मंत्रियों की मौजूदगी दर्ज की गई, लेकिन जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह नज़र नहीं आए।
फोटो से भी रहे गायब, उठे सवाल
बैठक से पहले सीएम मोहन यादव और मंत्रियों ने राजवाड़ा परिसर में ग्रुप फोटो खिंचवाया, जो चर्चा का केंद्र बना रहा। सभी की निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि क्या विवादों में फंसे विजय शाह भी इस तस्वीर में नजर आएंगे। हालांकि, सरकार द्वारा जारी फोटो में वे कहीं नजर नहीं आए, जिससे उनकी अनुपस्थिति स्पष्ट हो गई।
विवाद की छाया में दूर हुए विजय शाह
मंत्री विजय शाह पिछले कुछ समय से एक विवादित बयान के चलते सुर्खियों में हैं। उन्होंने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके बाद हाईकोर्ट के निर्देश पर उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ और सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच के आदेश भी दिए। इसी पृष्ठभूमि में, उनकी अनुपस्थिति को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
सरकार की दूरी या खुद का फैसला?
विजय शाह की बैठक में गैरमौजूदगी को लेकर राजनीतिक गलियारों में दो धारणाएं चल रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि उन्होंने खुद को इस बैठक से अलग रखा, वहीं कुछ इसे सरकार की रणनीति मान रहे हैं, जिसके तहत मंत्री को दूर रखकर विवाद से बचा गया।
सोशल मीडिया से भी बनाएं दूरी
कर्नल सोफिया विवाद के बाद से विजय शाह किसी सार्वजनिक मंच पर नजर नहीं आए हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी कोई सक्रियता देखने को नहीं मिली है और न ही उन्होंने मीडिया को कोई बयान दिया है। उनकी पार्टी के अन्य नेताओं से भी किसी सार्वजनिक मुलाकात की खबर नहीं आई है, जिससे उनकी राजनीतिक स्थिति को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।