अहमदाबाद प्लेन क्रैश में करिश्मा, मौत के मुंह से जिंदा लौटे 2 लोग

गुरुवार दोपहर अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 भयानक दुर्घटना का शिकार हो गई। टेकऑफ के महज 30 सेकेंड बाद ही विमान एक इमारत से टकरा गया और आग की लपटों में घिर गया। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही 240 लोगों की जान चली गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल दो की ही जान बच सकी। यह दुर्घटना देशभर में शोक और आक्रोश का कारण बन गई है।

यह हादसा दोपहर करीब 1:38 बजे टेकऑफ के तुरंत बाद हुआ, जब विमान अहमदाबाद के मेघानीनगर इलाके में स्थित एक रेजिडेंशियल इमारत से टकरा गया। यह इमारत अहमदाबाद सिविल अस्पताल के डॉक्टरों के लिए बनी रेजिडेंसी थी। हादसे के वक्त करीब 50 से 60 डॉक्टर वहां मौजूद थे। टक्कर के बाद हुए विस्फोट और आग में कई डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए और कुछ की मौके पर ही मौत हो गई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, 15 से अधिक डॉक्टरों की हालत गंभीर बनी हुई है।

रमेश विश्वास कुमार जीवित बचे

इस हादसे में झारखंड निवासी रमेश विश्वास कुमार उन दो लोगों में शामिल हैं जो जीवित बचे। रमेश फ्लाइट में सीट 11A पर बैठे थे। हादसे के बाद सामने आए वीडियो में रमेश बुरी तरह घायल हालत में लंगड़ाते हुए दिखे। उनके चेहरे पर गंभीर चोटें थीं। उन्होंने बताया, “टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद जोरदार धमाका हुआ और सबकुछ हिल गया। जब होश आया तो चारों ओर लाशें और विमान के टुकड़े फैले थे।” किसी राहगीर ने उन्हें देख कर एम्बुलेंस में पहुंचाया।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नागरिक शामिल

फ्लाइट में कुल 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स सवार थे। इनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे। यह अंतरराष्ट्रीय उड़ान लंदन के लिए रवाना हुई थी, लेकिन 1:40 बजे ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई।

शवों की पहचान बनी चुनौती

रेस्क्यू टीमों ने बताया कि अधिकांश शव बुरी तरह से झुलस गए हैं, जिससे उनकी पहचान करना बेहद मुश्किल हो गया है। प्रशासन ने फोरेंसिक जांच और डीएनए टेस्ट के ज़रिए पहचान की प्रक्रिया शुरू की है। इसके लिए एक विशेष हेल्पलाइन और राहत केंद्र की स्थापना की गई है जहां मृतकों के परिजनों को जानकारी दी जा रही है।

प्रशासनिक सक्रियता और राहत प्रयास

दुर्घटना के बाद गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटनास्थल पर जाकर स्थिति का जायज़ा लिया। एनडीआरएफ, दमकल और मेडिकल टीमें मौके पर जुटीं हैं और राहत कार्य लगातार जारी है। सरकार ने मृतकों के परिवारों को मुआवज़ा देने की घोषणा की है और हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।