मिशन पॉसिबल विद अवादा, विश्व पर्यावरण दिवस पर सामूहिक जलवायु संरक्षण की अपील

 भारत की अग्रणी एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा कंपनी, अवादा ग्रुप ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपनी प्रमुख पर्यावरण पहल, “मिशन पॉसिबल विद अवादा” के भव्य समापन की घोषणा की है। यह महीने भर चला अभियान हमारे ग्रह के प्रति जागरूकता और प्रेम उत्पन्न करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। यह अभियान सभी लोगों और संस्थाओं को पर्यावरण के लिए सार्थक और एकजुट प्रयास करने का संदेश देने वाली प्रेरणादायक फ़िल्म के साथ संपन्न हुआ।

यह अभियान, जिसकी परिकल्पना अवादा ग्रुप के चेयरमैन विनीत मित्तल ने की थी, की शुरुआत ‘मिशन इम्पॉसिबल’ के रूप में हुई थी। इसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति समाज की उपेक्षा को चुनौती देना था। धीरे-धीरे यह अभियान आशा और ज़िम्मेदारी के एक मज़बूत प्रतीक के रूप में उभरा, और ‘मिशन इम्पॉसिबल’ को ‘मिशन पॉसिबल’ में बदल दिया गया।

इस अवसर पर विनीत मित्तल ने कहा: “जब आशा उद्देश्य के साथ जुड़ती है, तो वह संभावना बन जाती है। यह अभियान सिर्फ जागरूकता के लिए नहीं है, बल्कि यह एक तरह का जागरण है। यदि हम दुष्परिणामों का सामना एक साथ करते हैं, तो हमें समाधान भी मिलकर ही बनाने होंगे। ‘मिशन पॉसिबल विद अवादा’ सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि एक मानसिकता है। जब हम में से हर कोई एक साथ मिलकर छोटे-छोटे कदम बढ़ाएंगे, और एक सही दिशा में लगातार प्रयास करेंगे, तो असंभव भी संभव में बदल जाएगा।”

हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म दिखाती है कि पर्यावरण को बचाना कितना ज़रूरी है। यह फ़िल्म हमें बताती है कि जब हमारा पर्यावरण खराब होता है, तो उसके क्या बुरे नतीजे सामने दिखते हैं। पर साथ ही, वास्तविक और कार्रवाई योग्य समाधानों के माध्यम से आशा भी प्रदान करती है। इन समाधानों में वनरोपण, नवीकरणीय ऊर्जा, सतत उपभोग और सचेत जीवन-शैली शामिल हैं।

यह फ़िल्म अवादा की पर्यावरण संरक्षण की स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को भी प्रमुखता से दर्शाती है। यह जल संरक्षण, हरित पट्टी विकास, हरित ऊर्जा के बुनियादी ढांचे का विकास और आधुनिक एवं नवीनतम रणनीति के विकास के माध्यम से यह साबित करती है कि वास्तविक बदलाव की शुरुआत खुद से होती है।
‘मिशन पॉसिबल विद अवादा’ नाम की यह फ़िल्म अच्छी कहानियों और सोशल मीडिया के ज़रिए एक देशव्यापी आंदोलन बन गई है। यह व्यक्तियों, व्यवसायों और संस्थानों को पृथ्वी के भविष्य की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित कर रहा है।

अवादा अब हर नागरिक से आगे बढ़कर समाधान का हिस्सा बनने का आह्वान करता है – यह कोई मजबूरी नहीं है, बल्कि यह विश्वास की बात है। क्योंकि एक बेहतर और टिकाऊ भविष्य सिर्फ मुमकिन ही नहीं, बल्कि हम सब मिलकर उसे सच कर सकते हैं।