Mitchell Starc: लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में 13 जून 2025 को खेले जा रहे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने इतिहास रच दिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस महत्वपूर्ण मुकाबले में स्टार्क ने नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 58 रनों की शानदार पारी खेली और एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैच में नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक बनाने वाले दुनिया के पहले क्रिकेटर बन गए हैं।
Mitchell Starc की ऐतिहासिक पारी
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 24.5 ओवर में 73/7 के स्कोर से संघर्ष शुरू किया था। लेकिन स्टार्क ने पहले एलेक्स कैरी (43 रन) के साथ आठवें विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी की और फिर जोश हेजलवुड के साथ दसवें विकेट के लिए 59 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को 207 रनों तक पहुंचाया। इस स्कोर के आधार पर दक्षिण अफ्रीका को 282 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला। स्टार्क ने अपनी पारी में 136 गेंदों का सामना किया और पांच चौके लगाए। उनकी इस नाबाद पारी ने ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया।
इस पारी के साथ, स्टार्क ने दक्षिण अफ्रीका के रोरी क्लेनवेल्ट का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में नंबर 10 पर बल्लेबाजी करते हुए 43 रन बनाए थे। इसके अलावा, स्टार्क ने वेस्टइंडीज के पूर्व विकेटकीपर कर्टनी ब्राउन का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2004 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में नंबर 9 पर नाबाद 35 रन बनाए थे। स्टार्क का यह रिकॉर्ड इसलिए भी खास है, क्योंकि यह आईसीसी के किसी भी प्रारूप के नॉकआउट मैच में नंबर 9 या उससे नीचे बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी का सर्वोच्च स्कोर है।
गेंदबाजी में भी Mitchell Starc का जलवा
स्टार्क ने न केवल बल्ले से, बल्कि गेंद से भी अपनी छाप छोड़ी। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में उन्होंने तीसरे ओवर की पहली गेंद पर सलामी बल्लेबाज रयान रिकेल्टन को 6 रन पर आउट कर ऑस्ट्रेलिया को शानदार शुरुआत दिलाई। रिकेल्टन का कैच विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने लिया। यह विकेट तीसरे दिन के दूसरे सत्र में गिरा, जिसने दक्षिण अफ्रीका पर दबाव बढ़ा दिया।
Mitchell Starc की ऑलराउंड क्षमता
मिचेल स्टार्क पहले से ही दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं, लेकिन इस WTC फाइनल में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी क्षमता से भी सबको प्रभावित किया। उनकी नाबाद 58 रनों की पारी ने न केवल ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले में मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के सामने एक कठिन लक्ष्य भी रखा। स्टार्क की इस पारी ने यह साबित कर दिया कि वह न केवल गेंदबाजी, बल्कि बल्लेबाजी में भी बड़े मौकों पर कमाल कर सकते हैं।