स्वतंत्र समय, भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( CM Mohan Yadav ) सोमवार को समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में ग्वालियर एवं चंबल और रीवा शहडोल संभाग की समीक्षा बैठक में वर्चुअली जुड़े। बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से कहा कि सभी विधायक अपनी अपनी विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित होकर कार्य करें। जनता के काम समय पर हों, हम सबको इसकी चिंता करनी होगी। इसलिए सभी विधायक अपनी विधानसभा का अगले 5 साल का मास्टर प्लान बनाएं, ताकि क्षेत्र का योजनाबद्ध विकास हो सके।
CM Mohan Yadav बोले- विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं
मुख्यमंत्री ( CM Mohan Yadav ) ने कहा कि हमारी सरकार विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए जनता को बेहतर सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसमें किसी प्रकार की उदासीनता स्वीकार नहीं की जाएगी। उन्होंने संभागों में चल रहे एवं लंबित विकास कार्यों की गहनता से समीक्षा कर कहा कि निर्माण कार्य तय वक्त पर ही पूरे करें, ताकि आमजन को समय पर सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। सीएम ने कहा कि प्रदेश में 11 दिसम्बर से 26 जनवरी, 2025 तक जनकल्याण अभियान चलाया जा रहा है। आपकी सरकार, आपके द्वार की भावना को अंगीकृत कर सरकार ने जन-जन तक पहुंचने का अभियान चलाया है। सभी विधायक और अधिकारी सुनिश्चित करें कि सरकार की जनहितैषी योजनाओं का लाभ प्रभावितों तक पहुंचे।
सभी विधायक घर-घर जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा- सभी विधायक और अधिकारी घर-घर तक जाएं और अभियान की प्रगति का स्वयं निरीक्षण करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने विभागीय मैदानी अमले को सतर्क करें और सुनिश्चित करें कि कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार की सेवाओं, सुविधाओं, योजनाओं एवं विकास कार्यक्रमों का लाभ पाने से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि ग्वालियर के जेसी मिल्स के मजदूरों का भुगतान लंबित होने की जानकारी मिली है। कलेक्टर ग्वालियर एवं संबंधित राजस्व अधिकारी जल्द से जल्द जरूरी कार्यवाही पूरी कर इन मजदूरों को उनका लंबित भुगतान प्रदान करें। उन्होंने कहा कि जेसी मिल्स का कोई भी मजदूर उसके वाजिब हक या दावा भुगतान पाने से वंचित न रहे।
लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाएगी
डॉ. यादव ने गुना जिले के राघौगढ़ क्षेत्र के एक गांव में हुई बोरवेल संबंधी दुर्घटना पर संज्ञान लेकर कलेक्टर गुना से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बोरवेल में गिरने से बालक की मृत्यु हो जाना बेहद दु:खद है। सभी कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति कतई न होने पाए। सरकार किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कलेक्टरों को निजी परिसर में भी खुले पड़े बोरवेलों को बंद करने के लिए कड़ी सावधानी बरतने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कलेक्टर अपने मैदानी अमले को मुस्तैद करें और बोरवेल खुले न छोड़े जाएं, इसके लिए समाज में जन-जागरूकता प्रसार भी करें।