आज सुबह क्षेत्र क्रमांक 5 के माननीय विधायक श्री महेंद्र हार्डिया द्वारा मध्य प्रदेश गृह निर्माण मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में स्थित नेहरू नगर और एलआईजी कॉलोनी के जर्जर भवनों के पुनर्निर्माण की दिशा में ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करना था। बैठक के दौरान श्री हार्डिया ने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से फटकार लगाई और बताया कि वह कई वर्षों से इस मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
भवन गिरा तो जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी: विधायक की दो-टूक चेतावनी
विधायक महेंद्र हार्डिया ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि यदि कल से कोई भी भवन गिरता है या उसमें क्षति होती है, जिससे जनहानि होती है, तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों की होगी। उन्होंने कहा कि यह अब सहन नहीं किया जाएगा कि नागरिकों की जान जोखिम में हो और प्रशासन मूकदर्शक बना रहे।
परियोजना की योजना तैयार करने वाले आर्किटेक्ट को भी बुलाया गया
बैठक में उस आर्किटेक्ट को भी बुलाया गया जिसने परियोजना की योजना तैयार की है। विधायक हार्डिया ने उसे निर्देशित किया कि वह शीघ्रता से क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुसार नई योजना तैयार करे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह योजना क्षेत्र की जनता की सहमति और उनके हित को ध्यान में रखते हुए बनाई जानी चाहिए।
निर्माण की अवधि में देना होगा किराया, मिलेगा अतिरिक्त क्षेत्रफल
विधायक ने निर्देश दिए कि जिन भवनों का पुनर्निर्माण किया जाएगा, उनके निर्माण की अवधि के दौरान संबंधित रहवासियों को किराया भी दिया जाए। साथ ही, पुनर्निर्माण में प्रत्येक मकान में कम से कम 20% अतिरिक्त क्षेत्रफल उपलब्ध कराया जाए। यह लाभ जनता के हित में अनिवार्य रूप से जोड़ा जाए ताकि वे नुकसान में न रहें।
प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा
विधायक ने इस पूरी परियोजना की जानकारी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को देने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि रहवासियों की जान का सवाल है, इसलिए मुख्यमंत्री से निवेदन किया जाएगा कि इस प्रोजेक्ट को शीघ्र अनुमोदन देकर तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए जाएं।
बैठक में कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
इस बैठक में नगर पालिका परिषद के पार्षद श्री नंदू पहाड़िया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। गृह निर्माण मंडल से उपायुक्त श्री प्रबोध पराते एवं कार्यपालन यंत्री श्री आनंद जैन मौजूद रहे। अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया गया कि बैठक की जानकारी मंडल मुख्यालय के कमिश्नर साहब को तत्काल भेजी जाए ताकि कार्य प्रारंभ करने में कोई देरी न हो।