माननीयों को भी रास नहीं आया… जल जीवन मिशन में Scam

सीताराम ठाकुर, भोपाल

जल जीवन मिशन में घोटाले ( Scam ) को लेकर लगातार मामले सामने आते जा रहे हैं। बजट सत्र के दौरान करीब तीन दर्जन से अधिक माननीयों ने भी भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को घेरने का काम किया, लेकिन विधायकों द्वारा दागे गए सवालों पर सरकार ने भी गोलमोल जवाब दिया, जबकि रीवा, सीधी, शहडोल, ग्वालियर सहित कई स्थानों पर जल जीवन मिशन में किया गया घोटाला उजागर हो चुका है। विधायक देवेंद्र सखवार विकासखंड अम्बाह एवं पोरसा में जल जीवन मिशन में नल जल योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर पानी की टंकियों का निर्माण कराकर पाइप लाइन डाली गई है?, क्या पानी की टंकियों के निर्माण में कार्य एवं डाली गई पाइप लाइन में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है, जिससे उनको चालू करने में परेशानी आ रही है?, सरकार का जवाब: टंकी एवं पाइप लाइन में घटिया सामग्री से संबंधित शिकायत विभाग को प्राप्त नहीं हुई।

Scam पर किस विधायक ने क्या कहा…

विधायक हेमंत खंडेलवाल… जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत योजनाओं में शामिल ग्रामों के बाद भी कुछ ग्राम छूट गए है? बैतूल विधानसभा क्षेत्र में 201 ग्राम है, जिनमें से 119 ग्रामों में एकल ग्राम नलजल योजना स्वीकृत है एवं 82 ग्रामों में मप्र जल निगम द्वारा क्रियान्वयन के लिए समूह स्वीकृत है। ग्रामों के स्वरूप में बल्क से डिस्ट्रीब्यूशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन से बल्क में परिवर्तन होना है, जिसके लिए सरकार द्वारा पुन: सर्वे कराया जाएगा। इसके लिए अनुमति विलंब से मिलने की वजह से परियोजना शुरू होने में देरी हुई।

विधायक दिव्यराज सिंह… रीवा जिले के विकासखंड जवा अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़ाछ के ग्राम रिमारी में जल जीवन मिशन के तहत नलजल योजना स्वीकृत है, तो करीब 3 साल बीतने के बाद भी ग्रामवासियों को पेयजल की सुविधा प्राप्त नहीं हो सकी है। क्या ठेकेदार को अधूरे काम के बाद भी पूर्ण भुगतान किया जा चुका है? तो क्या विभागीय स्तर पर ग्राम रिमारी में नलजल योजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराई जाएगी। मंत्री संपत्तिया उइके ने बताया कि योजना में खनित नलकूप में जल आवक क्षमता कम होने के कारण जल प्रदाय नहीं हो पा रहा है। ग्राम रिमारी में 8 हैंडपंपों से पानी दिया जा रहा है। पुनरीक्षित योजना 53.65 लाख की स्वीकृति के लिए कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।

विधायक हरी सिंह सप्रे… जिन ग्राम पंचायतों में पानी की टंकियां बनाई गई है तथा पाइप लाइन बिछाई गई है वहां सीसी रोड को खोदा गया है और खोदने के पश्चात उन्हें सही तरीके से रिपेयर नहीं किया गया है। क्या लाखों रुपए की लागत से बने ग्रामीण क्षेत्रों में सीसी रोड का भारी नुकसान ठेकेदारों की लापरवाही से नहीं हुआ है? संचालित कार्यों का निरीक्षण किन-किन स्थानीय और उच्च अधिकारियों ने किया। क्या संपूर्ण कार्य तय मापदंड एवं अनुबंध अनुसार किया गया है तो दोषी अधिकारी, कर्मचारी एवं संबंधित ठेकेदारों पर क्या कार्यवाही की जाएगी।

सरकार का जवाब: समूह जल प्रदाय योजना में किसी भी ग्राम में सीसी रोड का पुनर्निर्माण का कार्य अभी नहीं हुआ है। पाइप लाइन की हाईड्रोटेस्टिंग उपरांत सीसी रोड का पुनर्निर्माण का काम किया जाएगा।

जल जीवन मिशन में घोटाले की भरमार

इस तरह प्रदेशभर में जल जीवन मिशन के तहत कराए जा रहे कामों में घटिया पाइप लाइन डालने, ठेकेदार द्वारा उखाडेÞ गए सीसी रोड का पुनर्निर्माण नहीं कराने, फर्जी बिल वाउचर के जरिए भुगतान करने, दोषी ठेकेदारों से वसूली के नाम पर खानापूर्ति करने, कई जिलों में भौतिक प्रगति सिर्फ 51 प्रतिशत होने की वजह से हितग्राहियों को पेयजल नहीं मिलने और पाइप लाइन बिछाने में जगह-जगह घोटाला और भ्रष्टाचार का मामला माननीयों ने उठाया है। मुख्य सचिव अनुराग जैन ने भी पीएचई की समीक्षा बैठक में विभाग में पदस्थ इंजीनियरों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने का संकेत दिया था, लेकिन अभी तक विभाग की कार्यप्रणाली में कोई सुधार नहीं आया है।

इन्होंने भी उठाया गड़बड़ी का मुद्दा

विधायक अभिजीत शाह, ऋषि अग्रवाल, दिनेश जैन बोस, भूपेंद्र सिंह, हरदीप सिंह डंग, वीरेंद्र सिंह लोधी, सुरेंद्र सिंह गहरवार ने गुणवत्ता विहीन पाइप लाइन बिछाने, विजयपाल सिंह, प्रदीप लारिया, डॉ. हिरालाल अलावा ने बिना लेआउट काम करने, यादवेंद्र सिंह, मधु भगत ने गुणवत्ताहीन सिल्वर आयोनाइजेशन खरीदने, कालु सिंह ठाकुर, डॉ. राजेंद्र पांडेय, बाबू जंडेल ने घटिया पाइप लाइन बिछाने की वजह से क्षतिग्रस्त और टूट चुकी पाइप लाइन से घरों में पानी नहीं पहुंचने, सोहनलाल बाल्मीक ने जल जीवन मिशन के कामों में लाखों का भ्रष्टाचार और अनियमितता करने, विश्वामित्र पाठक ने सिंहवल में गुणवत्ता विहीन काम करने, शरद जुगलाल कोल, श्रीकांत चतुर्वेदी, अंबरीष शर्मा, विक्रांत भूरिया सहित अन्य विधायकों ने भी जल जीवन मिशन में भ्रष्टाचार आदि का मामला उठाया है।