मोबाइल रिचार्ज प्लान्स में फिर होगी बढ़ोतरी, 2026 तक जियो, एयरटेल और वीआई के टैरिफ महंगे होने के संकेत

मोबाइल उपभोक्ताओं को आने वाले समय में एक बार फिर महंगाई का झटका लग सकता है। रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (Vi) जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियां अपने रिचार्ज प्लान्स की कीमतों में बढ़ोतरी करने की योजना बना रही हैं। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स और एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह बढ़ोतरी अगले दो से तीन वर्षों के दौरान देखने को मिल सकती है।

बीते कुछ महीनों में ही इन कंपनियों ने अपने टैरिफ प्लान्स में इजाफा किया था, जिससे आम जनता की जेब पर असर पड़ा था। अब एक नई रिपोर्ट सामने आई है जो संकेत देती है कि यह सिलसिला अभी थमने वाला नहीं है।

2026 और 2027 में हो सकती है बढ़ोतरी

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेलीकॉम कंपनियां वित्त वर्ष 2026 और 2027 में टैरिफ में वृद्धि कर सकती हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि जून 2025 में एक बार फिर से रिचार्ज प्लान्स महंगे हो सकते हैं। हालांकि, यह बढ़ोतरी पिछले दौर की तुलना में थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन उपभोक्ताओं को ज्यादा भुगतान करना ही होगा।

रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2027 में रिचार्ज की कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है। कंपनियों का मुख्य उद्देश्य अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) को बढ़ाना है, ताकि वे अपने नेटवर्क और 5G सेवाओं में किए गए भारी निवेश की भरपाई कर सकें।

पिछली बढ़ोतरी का असर

जुलाई 2024 में ही जियो, एयरटेल और वीआई ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान्स की कीमतों में 10 से 21 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की थी। इस फैसले के बाद कई यूजर्स ने नाराजगी जताई थी और सोशल मीडिया पर बीएसएनएल (BSNL) की ओर शिफ्ट होने की मुहिम भी चली थी। इसके बावजूद, निजी कंपनियों का मानना है कि बेहतर नेटवर्क और सेवाओं के लिए टैरिफ में सुधार आवश्यक है।

कंपनियों का तर्क और भविष्य की योजनाएं

टेलीकॉम कंपनियों का तर्क है कि भारत में डेटा और कॉलिंग की दरें अभी भी वैश्विक स्तर पर काफी कम हैं। 5G नेटवर्क के विस्तार और स्पेक्ट्रम की लागत को देखते हुए ARPU में सुधार करना जरूरी हो गया है। एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल पहले ही कह चुके हैं कि वे ARPU को 300 रुपये तक ले जाना चाहते हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर कंपनियां दोबारा कीमतें बढ़ाती हैं, तो सरकारी कंपनी बीएसएनएल को इसका फायदा मिल सकता है। बीएसएनएल फिलहाल अपने नेटवर्क को अपग्रेड करने और 4G सेवाएं शुरू करने पर तेजी से काम कर रही है, जो निजी कंपनियों के महंगे प्लान्स से परेशान ग्राहकों के लिए एक सस्ता विकल्प बन सकता है।

फिलहाल, कंपनियों की ओर से आधिकारिक तौर पर अगली बढ़ोतरी की कोई निश्चित तारीख घोषित नहीं की गई है, लेकिन बाजार के रुझान और रिपोर्ट्स स्पष्ट रूप से संकेत दे रहे हैं कि मोबाइल चलाना भविष्य में और महंगा होने वाला है।