Modak Recipe: गणेश उत्सव पर घर पर मिनटों में बनाएं स्वादिष्ट मोदक, बाजार की मिठाई भी पड़ जाएगी फीकी, जानें आसान रेसिपी

गणेश चतुर्थी का पर्व पूरे देशभर में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन घर-घर में भगवान गणेश की स्थापना की जाती है और विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होता है। इस अवसर पर भोग में मोदक का होना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गणपति बप्पा को मोदक सबसे प्रिय है और यही कारण है कि गणेश चतुर्थी पर इसका विशेष महत्व होता है। बाजार में तरह-तरह के रेडीमेड मोदक मिल जाते हैं, लेकिन घर पर बने मोदक का स्वाद और आध्यात्मिक महत्व दोनों ही अलग होते हैं।

मोदक बनाने की आवश्यक सामग्री

घर पर मोदक बनाना कोई कठिन कार्य नहीं है। इसके लिए आपको कुछ सामान्य सामग्री की जरूरत होती है, जो हर घर की रसोई में आसानी से उपलब्ध होती है। मुख्य रूप से मोदक बनाने के लिए चावल का आटा या मैदा, घी, पानी, मावा, कद्दूकस किया हुआ नारियल, चीनी या गुड़ और इलायची पाउडर की आवश्यकता होती है। इन सभी चीजों के मिश्रण से बने मोदक न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं।

मोदक बनाने की विधि (स्टेप बाय स्टेप)

सबसे पहले आटे को तैयार करना होता है। चावल के आटे या मैदे में थोड़ा घी डालकर अच्छे से मिलाएं और फिर पानी की मदद से सख्त आटा गूंथ लें। इसे 15-20 मिनट तक ढककर रख दें। इसके बाद स्टफिंग तैयार करें। इसके लिए मावे को हल्की आंच पर भूनें, फिर इसमें कद्दूकस किया हुआ नारियल और गुड़ या चीनी मिलाएं। अंत में इलायची पाउडर डालें और मिश्रण को ठंडा होने दें। अब आटे की छोटी लोइयां बनाएं, उन्हें बेलें और बीच में स्टफिंग भरकर ऊपर की ओर मोड़कर मोदक का आकार दें। इन्हें स्टीमर में 10-12 मिनट तक पकाएं। पकने के बाद मोदक हल्के पारदर्शी हो जाएंगे। इन्हें ठंडा कर बप्पा को भोग लगाएं।

मोदक के अलग-अलग फ्लेवर और वैरायटीज़

आजकल परंपरागत मोदक के साथ कई आधुनिक फ्लेवर भी लोकप्रिय हो गए हैं। चॉकलेट मोदक बच्चों के बीच बहुत पसंद किए जाते हैं। ड्राई फ्रूट्स मोदक में बादाम, काजू, पिस्ता और किशमिश मिलाकर स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाते हैं। गुड़-नारियल मोदक महाराष्ट्र की पारंपरिक रेसिपी है जो खासतौर पर गणेश उत्सव पर बनाई जाती है। इसके अलावा केसर और फ्रूट फ्लेवर वाले मोदक भी बेहद लाजवाब होते हैं। हर फ्लेवर का अपना अलग स्वाद और महत्व होता है।

मोदक को खास बनाने के टिप्स

अगर आपके पास मोदक का सांचा नहीं है तो भी चिंता की बात नहीं है। आप अपने हाथों से भी आसानी से मोदक का आकार दे सकते हैं। परोसते समय उन पर हल्का घी या मक्खन लगाकर उनकी चमक और स्वाद दोनों बढ़ाया जा सकता है। सजावट के लिए चांदी का वर्क या केसर के रेशे इस्तेमाल किए जा सकते हैं, जिससे मोदक और भी आकर्षक दिखेंगे।

भगवान गणेश और मोदक की कथा

हिंदू धर्म में मोदक का संबंध सीधे भगवान गणेश से जोड़ा जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, माता पार्वती ने गणेश और कार्तिकेय से कहा कि जो पहले तीनों लोकों की परिक्रमा करेगा वही श्रेष्ठ माना जाएगा। कार्तिकेय अपने वाहन पर निकल पड़े जबकि गणेश जी ने माता-पिता की परिक्रमा करते हुए कहा कि “माता-पिता ही मेरे लिए तीनों लोक हैं।” उनकी बुद्धिमानी से प्रसन्न होकर माता पार्वती ने उन्हें मोदक का प्रसाद दिया। तभी से यह भगवान गणेश का प्रिय भोजन माना जाता है।

गणेश उत्सव और मोदक का आनंद

गणेश चतुर्थी पर मोदक के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। घर पर बने मोदक न केवल भगवान गणपति को प्रसन्न करते हैं बल्कि परिवार में भी उत्साह और खुशी का संचार करते हैं। चाहे पारंपरिक गुड़-नारियल वाले मोदक हों या नए फ्लेवर के साथ बने खास मोदक, गणपति बप्पा आपके भाव से प्रसन्न होते हैं। इस बार गणेश उत्सव पर घर पर ही मोदक बनाकर बप्पा को अर्पित करें और उनके आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि का स्वागत करें।