पुतिन संग बैठक के बाद मोदी-ट्रंप की कॉल, ट्रेड डील पर बड़ी अपडेट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से टेलीफोन पर विस्तृत बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका संबंधों में हो रही प्रगति का मूल्यांकन किया। चर्चा के दौरान यह सहमति बनी कि दोनों देशों के बीच सहयोग लगातार मजबूत हुआ है और आने वाले समय में इसे और गति दी जाएगी। खासतौर पर दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार को तेजी से आगे बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि आर्थिक क्षेत्र में मिलकर काम करने से दोनों देशों को समान रूप से लाभ मिलेगा।

तकनीक से लेकर रक्षा तक—मुख्य क्षेत्रों में साझेदारी पर जोर

बातचीत में नई तकनीक, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की संभावनाओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई। दोनों देशों के बीच चल रहे COMPACT समझौते को और प्रभावी बनाने की दिशा में ये कदम अहम माने जा रहे हैं। यह वार्ता उस समय हुई है जब कुछ दिन पहले ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर आए थे और प्रधानमंत्री मोदी के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर लौटे हैं।

मोदी का सोशल मीडिया पर बयान

फोन वार्ता के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि उनकी और राष्ट्रपति ट्रंप की बातचीत बेहद सकारात्मक और सौहार्दपूर्ण रही। उन्होंने बताया कि दोनों देशों के रिश्तों में हुई प्रगति पर समीक्षा की गई और कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ। मोदी ने भरोसा जताया कि भारत और अमेरिका आगे भी वैश्विक शांति, स्थिरता और विकास के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।

क्षेत्रीय चुनौतियों पर साझा रणनीति

आंतरिक और बाहरी चुनौतियों को लेकर दोनों राज्यों ने कई क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने सहमति जताई कि साझा हितों की रक्षा के लिए परस्पर सहयोग बेहद आवश्यक है। मोदी और ट्रंप ने भविष्य में लगातार संवाद बनाए रखने का निर्णय भी दोहराया।

अमेरिकी संसद में मोदी-पुतिन की तस्वीर पर बहस

रूस के राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में ली गई तस्वीर पर अमेरिकी संसद में विशेष चर्चा हुई। डेमोक्रेट सांसद कामलागर-डोव ने इस तस्वीर को “हजार शब्दों से अधिक बोलने वाला पोस्टर” बताया।

उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर ट्रंप प्रशासन की विदेश नीति की आलोचना करते हुए कहा कि ट्रंप की टैरिफ नीतियों ने भारत को मॉस्को की ओर ज्यादा झुका दिया है। कामलागर के अनुसार पुतिन की हालिया यात्रा यही दर्शाती है कि अमेरिका को अपने सहयोगियों के साथ नई रणनीति अपनानी चाहिए।