स्वतंत्र समय, भोपाल
मोहन मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को 7 महीने बाद भी जिलों का प्रभारी मंत्री ( Minister in-charge ) नहीं बनाया है, लेकिन अब अमरवाड़ा उप चुनाव के परिणाम आने के बाद मंत्रियों को जिलों का प्रभार दिया जाएगा। इसको लेकर जीएडी ने काम शुरू कर दिया है। जीएडी ने सूची तैयार कर मुख्यमंत्री को भेज दी है। नए मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को मुरैना जिला दिए जाने की संभावना है। इनमें भाजपा संगठन की भी राय ली जा रही है, जिससे पार्टी और सरकार, दोनों के बीच तालमेल बना रहे।
जिलों में Minister in-charge की अनुशंसा महत्वपूर्ण होगी
उधर, तबादलों से रोक हटते ही ट्रांसफर पोस्टिंग के आवेदन आना शुरू हो जाएंगे। इनमें प्रभारी मंत्री ( Minister in-charge ) की अनुशंसा महत्वपूर्ण होगी। यही वजह है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जल्द ही मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपेंगे। अमरवाड़ा उपचुनाव की प्रभारी बनाई गई पीएचई मंत्री संपतिया उइके को छिंदवाड़ा जिले का प्रभार सौंपा जा सकता है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री अमरवाड़ा में जनसभा करने गए थे, इस दौरान उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि संपतिया उइके को ही छिंदवाड़ा का प्रभार दिया जाएगा। वहीं राम निवास रावत को मुरैना जिला दिया जा रहा है। जबलपुर की जिम्मेदारी गोविंद सिंह राजपूत या तुलसी सिलावट को दी जाएगी और भोपाल की राकेश सिंह अथवा राव उदय प्रताप सिंह को मिलने की संभावना है।
सीएम और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष में बनी सहमति
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले की यह स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रभारी मंत्री ही 15 अगस्त को अपने-अपने जिलों में झंडा वंदन करेंगे। इसके लिए इसी माह प्रभारी मंत्रियों को जिलों का प्रभार दिया जाएगा। इसको लेकर मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ बैठक भी कर चुके हैं। मंत्रियों को प्रभार सौंपे जाने से पहले केंद्रीय नेतृत्व को भी सूचित किया गया है। सूत्रों का कहना है कि जिन जिलों में भाजपा का कमजोर जनाधार रहा है उन जिलों का प्रभार वरिष्ठ मंत्रियों को दिया जाएगा। वे प्रभार के जिलों में सरकार और पार्टी दोनों के बीच तालमेल बनाते हुए कार्य करेंगे और प्रयास होगा कि अगले चुनाव में वहां पार्टी का जनाधार पूरी तरह से मजबूत कर लिया जाए।