स्वतंत्र समय, भोपाल
महाकाल की नगरी उज्जैन से मप्र में उद्योग और रोजगार को लेकर निवेश के लिए मोहन यादव ( Mohan Yadav ) सरकार ने निवेश के द्वार खोल दिए हैं। प्रदेश के बड़े मेट्रो शहरों के अलावा 20 जिलों के लिए छोटे-बड़े औद्योगिक इकाईयों राजस्व और रोजगार के रास्ते बनाए जाएंगे। भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत प्रदेश के 20 जिलों में 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश होने के आसार अब संभावनाओं में बदलते जा रहे हैं।
कान्क्लेव का 1 मार्च को Mohan Yadav करेंगे लोकार्पण
एक और दो मार्च को उज्जैन में होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में सीएम डा. मोहन यादव ( Mohan Yadav ) 56 प्रोजेक्ट का भूमिपूजन और लोकार्पण करेंगे। अब तक 35 कंपनियों से 74 हजार 711 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पर सहमति बन गई है। इनके जरिए 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। महाकाल की नगरी में होने वाली पहली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 800 से अधिक निवेशक शामिल हो रहे हैं। सरकार का जोर कान्क्लेव में बड़े उद्योपतियों को बुलाने और बड़े एमओयू करने के स्थान पर अधिक से अधिक प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने को लेकर ज्यादा है। इसी कार्ययोजना के तहत ऐसी कंपनियों और निवेशक को प्राथमिकता दी गई है जो तत्काल निवेश के लिए तैयार हों।
12 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
उज्जैन और इंदौर संभाग के जिलों में 644.97 एकड़ भूमि पर विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा खाद्य प्रसंस्करण, प्लास्टिक, फार्मास्युटिकल, मेडिकल डिवाइस, टेक्नीकल टेक्सटाइल, एडवांस कार्बन, सीमेंट, ऑक्सीजन सिलेंडर, इथेनाल, कपड़ा एवं परिधान, डिटर्जेंट इत्यादि उत्पादों पर केंद्रित इकाइयां स्थापित होंगी। इनमें लगभग 8,015 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है, जिसके माध्यम से 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा।
ई-बाइक व ई-साइकल पर केंद्रित प्रदर्शनी
उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कान्क्लेव स्थल पर आटो-ओईएम उत्पाद, प्लास्टिक प्रोडक्ट, गारमेंट, प्लास्टिक रिसाइकलिंग, पीवीस पाइप, गैस डिस्ट्रिब्यूशन, बैग मेन्युफेक्चरिंग, मेडिकल डिवाइसेस, ई-बाइक और ई-साइकल पर केंद्रित प्रदर्शनी लगाई जाएंगी।