अगर आप अपने जीवन में आर्थिक रूप से मज़बूत बनना चाहते हैं, तो केवल अच्छी आमदनी होना ही काफी नहीं है। असली समझदारी इस बात में है कि आप उस कमाई को कहां और कैसे निवेश कर रहे हैं। निवेश एक ऐसा जरिया है, जिससे आप न केवल अपनी संपत्ति में इजाफा करते हैं, बल्कि अपने भविष्य को भी सुरक्षित बनाते हैं।
आजकल कई लोग अपनी सेविंग्स को सीधे सेविंग अकाउंट में डालते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे आपको कितना फायदा या नुकसान हो रहा है?
सेविंग अकाउंट में पैसे रखना, क्या वाकई समझदारी है?
सेविंग अकाउंट को अक्सर लोग सुरक्षित जगह मानकर अपनी बचत उसमें डाल देते हैं। लेकिन इसकी एक बड़ी खामी है — बेहद कम ब्याज दर। ज्यादातर सरकारी और निजी बैंक सेविंग अकाउंट पर केवल 2.50% से 2.75% तक की ब्याज दर ही देते हैं।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपने सेविंग अकाउंट में ₹1 लाख रुपये रखे हैं, तो एक साल बाद आपको मुश्किल से ₹250 का ब्याज मिलेगा। दूसरी तरफ, वर्तमान में महंगाई दर करीब 6% के आसपास है। इसका मतलब यह हुआ कि आपकी रकम की वास्तविक क्रय शक्ति हर साल 3% तक घट रही है। इस तरह, सेविंग अकाउंट में पैसे रखना लंबी अवधि में नुकसानदेह सौदा साबित हो सकता है।
सेविंग अकाउंट में कितना पैसा रखें?
सेविंग अकाउंट को पूरी तरह से नकारना भी सही नहीं है। इसका उपयोग आपातकालीन जरूरतों के लिए किया जाना चाहिए। विशेषज्ञों की राय में, आपको अपने सेविंग अकाउंट में कम से कम 3 से 6 महीनों के जरूरी खर्च जितना पैसा रखना चाहिए। यह फंड अचानक आई किसी मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटने या अन्य वित्तीय संकट में काम आता है।
बाकी की सेविंग्स को आपको ऐसे विकल्पों में निवेश करना चाहिए जहां ब्याज दर ज्यादा हो और पैसा भी सुरक्षित रहे।
बेहतर निवेश विकल्प: कहां करें पैसे का निवेश?
अब सवाल उठता है कि अगर सेविंग अकाउंट से अच्छा रिटर्न नहीं मिलता, तो फिर पैसे को कहां निवेश किया जाए?
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)
फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित विकल्प है जो आमतौर पर 6% से 7.5% तक का रिटर्न देता है। यह उन लोगों के लिए सही है जो जोखिम नहीं लेना चाहते और स्थिर आय चाहते हैं।
पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स
पोस्ट ऑफिस की योजनाएं छोटे निवेशकों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। इनमें PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड), MIS (मंथली इनकम स्कीम), SCSS (सीनियर सिटीजन स्कीम), और KVP (किसान विकास पत्र) जैसी योजनाएं आती हैं, जो अच्छा ब्याज और गारंटीड रिटर्न देती हैं।
म्यूचुअल फंड्स
अगर आप थोड़ा जोखिम लेने के लिए तैयार हैं, तो म्यूचुअल फंड्स एक बढ़िया विकल्प हैं। SIP के जरिए आप हर महीने थोड़ी राशि निवेश कर सकते हैं, जो लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड बना सकता है। सही तरीके से चयन किया गया म्यूचुअल फंड 12% से 15% तक का औसत वार्षिक रिटर्न दे सकता है।